मणिपुर हिंसा: केंद्र ने गवर्नर की अगुवाई में गठित की शांति समिति, कुकी और मेइती समूहों को भी किया गया शामिल
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: June 11, 2023 09:36 IST2023-06-11T09:30:04+5:302023-06-11T09:36:17+5:30
केंद्र सरकार ने मणिपुर हिंसा को शांत करने के लिए गवर्नर अनुसुइया उइके की अध्यक्षता में एक शांति समिति का गठन किया। खबरों के अनुसार इस शांति समिति में कुकी और मेइती समूहों के भी प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है।

मणिपुर हिंसा: केंद्र ने गवर्नर की अगुवाई में गठित की शांति समिति, कुकी और मेइती समूहों को भी किया गया शामिल
दिल्ली: केंद्र सरकार ने मणिपुर हिंसा को शांत करने के लिए गवर्नर अनुसुइया उइके की अध्यक्षता में एक शांति समिति का गठन किया। खबरों के अनुसार इस शांति समिति में कुकी और मेइती समूहों के भी प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है। बताया जा रहा है कि केंद्र की यह पहल मणिपुर में बीते एक महीने से अधिक समय से जारी हिंसा को शांत करने के लिए की जा रही है।
इस समिति के मध्यम से सूबे के विभिन्न जातीय समूहों के बीच शांति प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए की गई है। मामले में गृहमंत्रालय की ओर से कहा कि समिति में विभिन्न जातीय समूहों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। खबरों के अनुसार राज्य सरकार कई कुकी समूहों तक संपर्क साधने में सफल रही है। वहीं कई मेइती प्रतिनिधि भी समिति का हिस्सा बनने के लिए सहमत हो गये हैं।
इस बीच सुरक्षा उपायों के तहत गृह मंत्रालय ने राज्य में तेजी से शांति बहाली के लिए केंद्रीय पुलिस बलों (सीएपीएफ) की 114 कंपनियों की तैनाती 30 जून तक बढ़ा दी है। अभी तक की मिली पुलिस एवं सुरक्षा एजेंसियों की प्रारंभिक जांच से पता चला है कि हिंसा के दौरान लगभग 4,000 हथियार कथित तौर पर सरकारी शस्त्रागारसे लूटा गया था, अभी भी गायब हैं।
गवर्नर की अगुवाई में बनाई गई इस शांति समिति के गठन की घोषणा स्वयं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 29 मई से 1 जून तक अपनी चार दिवसीय मणिपुर यात्रा के अंत में की थी।
गृह मत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, “भारत सरकार ने मणिपुर के राज्यपाल अनुसुइया उइके की अध्यक्षता में मणिपुर में शांति समिति का गठन किया है। समिति के सदस्यों में मुख्यमंत्री, राज्य सरकार के कुछ मंत्री, सांसद, विधायक और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के अलावा पूर्व सिविल सेवकों, शिक्षाविदों, साहित्यकारों, कलाकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और विभिन्न जातीय समूहों के प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है।
गृह मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि समिति को सामाजिक सामंजस्य, आपसी समझ को मजबूत करना है और विभिन्न जातीय समूहों के बीच सौहार्दपूर्ण संचार की सुविधा प्रदान करनी चाहिए।
खबरों के अनुसार सुरक्षा बलों ने पिछले 24 घंटों में मणिपुर के इंफाल ईस्ट, काकचिंग, टेंग्नौपाल और बिष्णुपुर जिलों से 57 हथियार, 1,588 गोला-बारूद और 23 बम बरामद किए हैं। इस संबंध में जारी आधिकारिक सूचना के अनुसार सुरक्षा बलों ने अब तक कुल 953 हथियार, 13,351 गोला-बारूद और 223 बमों की बरामदगी की है।