उद्गमंडलम, 15 अक्टूबर तमिलनाडु के नीलगिरि जिले में आदमखोर बाघ कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार शिकंजे में आ गया है। वन अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि यह बाघ गुडालुर तथा मसीनागुडी में चार लोगों की जान लेने के बाद ग्रामीणों के लिये सिरदर्द बन गया था। हाल में में इसने 85 वर्षीय व्यक्ति को मौत के घाट उतार दिया था। इसके अलावा यह 20 से अधिक पशुओं को भी मार चुका था।
उन्होंने कहा कि वे 25 सितंबर से इसे पकड़ने की कोशिश कर रहे थे।
अधिकारियों ने कहा कि बृहस्पतिवार को उसके ठिकाने के बारे में पता चलने के बाद वे और एक मेडिकल टीम मसीनागुड़ी-तेपाकड्डु रोड पर पहुंची और रात दस बजे बाघ पर ट्रैंक्विलाइजर डॉर्ट (बेहोशी की दवा) का निशाना लगाया गया, फिर भी वह चकमा दे गया। इसके बाद 50 अधिकारियों का समूह कूटुपुरा पहुंचा तो बाघ को एक झाड़ी में देखा। इसके बाद फिर से उसपर सटीक निशाना लगाया गया। जब यह सुनिश्चित हो गया कि बाघ बेहोश हो गया है तो अधिकारियों ने उसे पिंजरे में कैद कर लिया और अब आगे की कार्रवाई के लिये निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं।
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