लखनऊ, 4 अप्रैलः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जनता की समस्या और पीड़ा सुनने के लिए जनता दरबार लगाते हैं, लेकिन जब उसी दरबार से किसी फरियादी को धक्का मारकर बाहर निकाल दिया जाये तो केवल भरोसा टूटने के सिवाय कोई दूसरा विकल्प नहीं बचता है। ऐसा ही मामला बुधवार को सामने आया जब सीएम आदित्यनाथ अपने गृह जिले में आमजन की समस्याओं को सुनने के लिए दरबार लगाया था।
इस दौरान आरोप लगाया गया कि सीएम योगी ने शिकायत लेकर आए एक व्यापारी को दरबार से धक्का मारकर भगा दिया। इतना ही नहीं बल्कि शिकायत से जुड़ी फाइल को भी बाहर फेंक दिया और कहा कि तुम्हारा कुछ नहीं हो सकता है। इसके बाद जनता दरबार से बाहर आया व्यापारी फूट-फूटकर रोने लगा।
मिली जानकारी के मुताबित, लखनऊ के रहने वाले आयुष सिंघल सीएम योगी से विधायक अमनमणि के खिलाफ 22.2 बीघा जमीन कब्जा करने की शिकायत लेकर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि सीएम ने उसकी समस्या को नहीं सुना और शिकायत से जुड़ी फाइल फेंक दिया।
उन्होंने बताया कि इससे पहले भी वह लखनऊ में सीएम योगी से मिल चुके हैं। उस समय उन्होंने कार्रवाई करने की बात कही थी, लेकिन इस बार उन्होंने कहा है कि तुम्हारा कुछ नहीं हो सकता है। उनके पास बहुत उम्मीद लेकर गया था, जिसे उन्होंने तोड़ दिया है। समाजवादी सरकार से उसको पहले ही कोई उम्मीद नहीं थी।