ममता का अहं बंगाल के विकास को बाधित कर रहा: कैलाश विजयवर्गीय
By भाषा | Updated: June 19, 2019 22:26 IST2019-06-19T22:26:36+5:302019-06-19T22:26:36+5:30
भाजपा नेता ने यहां पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘वह जनता की सेवा करने के बजाय अपनी कुर्सी बचाने में कहीं अधिक रूचि ले रही हैं। वह उच्चतम न्यायालय, चुनाव आयोग, नीति आयोग, प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार के आदेशों को स्वीकार नहीं कर रही हैं। वह इस तरह से बर्ताव कर रही हैं जैसे बंगाल भारत का हिस्सा नहीं हो बल्कि कोई अलग देश हो।

ममता का अहं बंगाल के विकास को बाधित कर रहा: कैलाश विजयवर्गीय
भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बुधवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोप लगाया कि वह अपने अहं की संतुष्टि के लिए राज्य के विकास को बाधित कर रही हैं। विजयवर्गीय ने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख पर जनता की सेवा करने के बजाय अपनी कुर्सी बचाने पर ज्यादा ध्यान देने का आरोप लगाया।
भाजपा नेता ने यहां पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘वह जनता की सेवा करने के बजाय अपनी कुर्सी बचाने में कहीं अधिक रूचि ले रही हैं। वह उच्चतम न्यायालय, चुनाव आयोग, नीति आयोग, प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार के आदेशों को स्वीकार नहीं कर रही हैं। वह इस तरह से बर्ताव कर रही हैं जैसे बंगाल भारत का हिस्सा नहीं हो बल्कि कोई अलग देश हो।
सिर्फ अपने अहं को संतुष्ट करने के लिए वह राष्ट्र के हितों में बाधा डाल रही हैं।’’ लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने एवं अन्य मुद्दों पर राजनीतिक दलों के प्रमुखों के साथ प्रधानमंत्री की बैठक में शामिल होने का न्यौता मंगलवार को ममता द्वारा अस्वीकार किए जाने की पृष्ठभूमि में विजयवर्गीय ने यह टिप्पणी की। भाजपा नेता ने ममता और उनकी पार्टी पर वोट बैंक की राजनीति की खातिर घुसपैठ को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया।
उन्होंन कहा, ‘‘अब वह बंगाली और गैर बंगाली के बीच विभाजन की लकीर खींच रही हैं। मुस्लिम तुष्टिकरण की उनकी राजनीति राज्य को प्रभावित कर रही है।’’ उन्होंने राज्य में भाजपा कार्यकर्ताओं पर हुए हमलों की हालिया घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘हम उन्हें उसी भाषा में जवाब दे सकते हैं जो वे समझते हैं लेकिन हम यह नहीं करना चाहते। हम लोकतंत्र और लोकतांत्रिक मूल्यों में यकीन रखते हैं।’’
भाजपा प्रदेश प्रमुख दिलीप घोष ने भी ममता की आलोचना करते हुए कहा कि वह संसदीय चुनाव में मिली हार से अब तक उबर नहीं पाई हैं। इसलिए वह केंद्र या भगवा पार्टी द्वारा बुलाई गई बैठक से दूर रहने के बहाने बना रही हैं।