'PM मोदी के आत्मनिर्भर भारत का सपना करें साकार', केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की देशवासियों से अपील
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: May 13, 2020 20:07 IST2020-05-13T20:07:10+5:302020-05-13T20:07:10+5:30
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्म-निर्भर भारत के आह्वान का मतलब यह कतई नहीं है कि हम दुनिया से अपने आप को काट लेंगे। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भरता के अभियान का यह अर्थ नहीं है कि भारत अपनी ‘ अर्थव्यवस्था को पृथक रखने वाला देश’ बन जाएगा

गडकरी ने कहा कि हम आयात पर निर्भरता कम करके अपने निर्यात को बढ़ावा दे सकते है।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार रात राष्ट्र के नाम संबोधन में आत्मनिर्भर भारत के परिकल्पना को साकार करने का देशवासियों से आह्वान किया है। अब इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि पीएम मोदी का सुझाव समय के अनुसार बेहतर है। उन्होंने उम्मीद जताई कि देश इस पर खरा उतरेगा। उन्होंने कहा कि भले ही लॉकडाउन के बाद देश की इकॉनोमी को धक्का लगा हो लेकिन यह भी एक अवसर है जिसे हम देश के लोगों को इसे स्वीकार करके पीएम मोदी के सपने को पूरा करने में जुट जाएं।
गडकरी ने कहा कि हम आयात पर निर्भरता कम करके अपने निर्यात को बढ़ावा दे सकते है। इससे देश की खस्ताहाल इकॉनोमी को उठने में समय नहीं लगेगा। उन्होंने वर्तमान वैश्विक माहौल का जिक्र करते हुए कहा कि दुनिया पूरी तरह चीन से खफा है। दूसरी तरफ इस संकट के समय भी पीएम नरेंद्र मोदी ने जिस तरह से मानवीयता दिखाते हुए दुनिया के लगभग 123 देशों को दवाईयों की सप्लाई भेजी है वो उनके दूरदर्शिता को ही दिखाता है। इस कदम से भारत के प्रति अनेक देशों में नजरिया बदला है।
बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्म-निर्भर भारत के आह्वान का मतलब यह कतई नहीं है कि हम दुनिया से अपने आप को काट लेंगे। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भरता के अभियान का यह अर्थ नहीं है कि भारत अपनी ‘ अर्थव्यवस्था को पृथक रखने वाला देश’ बन जाएगा। वित्त मंत्री ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री के इस आह्वान का मतलब एक भरोसे वाले भारत से है जो अपनी ताकत पर निर्भर रह सकता है और साथ ही वैश्विक स्तर पर भी अपना योगदान दे सकता है। वित्त मंत्री ने कहा कि देश के पास क्षमता और उद्यमिता है, जिससे वह बेहतर क्षमता का निर्माण कर सकता है और दुनिया की मदद कर सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित रूप से जब प्रधानमंत्री ‘आत्मनिर्भर’ भारत की बात कर रहे हैं तो उसका मतलब सिर्फ देश के अंदर ही सिमट कर रहना नहीं है और न ही खुद को दुनिया से काटना है।’’ सीतारमण ने यहां 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘निश्चित रूप से यह एक विश्वास से परिपूर्ण भारत की ताकत को दिखाता है।