मुंबईः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने बुधवार को महायुति सहयोगी एकनाथ शिंदे को यह कहने के लिए धन्यवाद दिया कि राज्य के अगले मुख्यमंत्री पर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का फैसला उन्हें स्वीकार्य होगा। कार्यवाहक मुख्यमंत्री शिंदे द्वारा अपना रुख स्पष्ट किए जाने के तुरंत बाद बावनकुले ने नागपुर में पत्रकारों से बात करते हुए विपक्ष पर अफवाह फैलाने और शिंदे के चरित्र पर आक्षेप लगाने का आरोप लगाया। भाजपा नेता बावनकुले ने कहा, ‘‘मैं शिंदे को धन्यवाद देना चाहता हूं। उन्होंने आज मुख्यमंत्री पद पर अपना रुख स्पष्ट कर दिया।
उन्होंने एक महत्वपूर्ण रुख अपनाया है। मुझे उन पर गर्व है।’’ बावनकुले ने महाराष्ट्र की प्रगति के प्रति शिंदे की प्रतिबद्धता की भी प्रशंसा की और नागपुर-मुंबई समृद्धि एक्सप्रेस-वे के पूरा होने में उनकी भूमिका पर प्रकाश डाला। बावनकुले ने कहा, ‘‘उन्होंने (शिंदे) महाराष्ट्र की बेहतरी के लिए बहुत प्रयास किए। उन्होंने मुख्यमंत्री के तौर पर अच्छा काम किया।’’
उन्होंने कहा कि 2019 में शिवसेना नेता के तौर पर शिंदे को बहुत दुख हुआ होगा जब संयुक्त शिवसेना के तत्कालीन प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा से गठबंधन तोड़ दिया था। बावनकुले ने कहा कि मुख्यमंत्री के तौर पर शिंदे ने ‘‘डबल इंजन’’ सरकार की असली ताकत का प्रदर्शन किया। उन्होंने व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं पर राज्य के विकास को प्राथमिकता देने की शिंदे की इच्छा की भी सराहना की।
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘हमने सहयोगी के तौर पर जो भी मांगा, उन्होंने हमारी मांगों को स्वीकार किया और हमारी उम्मीदों का सम्मान किया।’’ उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी (एमवीए) का हिस्सा कांग्रेस के पास चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद के आठ उम्मीदवार थे। एमवीए घटक दल मुख्यमंत्री बनने के लिए चुनाव लड़ रहे थे और हम महाराष्ट्र के 14 करोड़ लोगों की बेहतरी के लिए लड़ रहे थे।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को लेकर प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री शाह 2-3 दिन में फैसला करेंगे:तटकरे
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता सुनील तटकरे ने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा इस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह अंतिम फैसला लेंगे। हाल के विधानसभा चुनाव में भाजपा, शिवसेना और राकांपा के सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति को शानदार जीत मिलने के बाद इस बात पर संशय बना हुआ है कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा।
विधानसभा चुनाव परिणाम 23 नवंबर को घोषित हुए थे। तटकरे ने दिल्ली में मीडिया से कहा, ‘‘मुख्यमंत्री पद पर फैसला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह द्वारा लिया जाएगा....दो-तीन दिन में फैसला हो जाएगा। उसके बाद सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।’’ उन्होंने कहा कि महायुति ने मुख्यमंत्री पद के लिए कोई फार्मूला नहीं तय किया है।
रायगढ़ से सांसद तटकरे ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पर ठीकरा फोड़ने के लिए विपक्ष की आलोचना भी की। उन्होंने कहा, ‘‘ हार स्वीकार करने के लिए साहस और बड़े दिल की जरूरत होती है। विपक्ष इस बात को पचा नहीं पा रहा है कि जनता ने उसे नकार दिया है।’’ महायुति ने विधानसभा की 288 में 230 सीट जीती हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अब तक के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के बाद मोलभाव की स्थिति से वंचित...
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अब तक के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के बाद मोलभाव की स्थिति से वंचित रह गए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को अपने हथियार डालते हुए कहा कि उनके उत्तराधिकारी के नाम पर केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी जो भी निर्णय लेगी, वह उन्हें स्वीकार होगा। शिंदे ने स्पष्ट किया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आश्वासन दिया है कि राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप में वह भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के हर फैसले का समर्थन करेंगे और इस प्रक्रिया में कोई अड़चन नहीं आयेगी।
इसके साथ ही महाराष्ट्र में भाजपा का मुख्यमंत्री बनने का रास्ता लगभग साफ हो गया। ठाणे स्थित अपने आवास पर एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कल प्रधानमंत्री मोदी (नरेन्द्र मोदी) और अमित शाह को फोन किया था और उनसे (मुख्यमंत्री पद पर) फैसला करने को कहा था। मैंने उन्हें आश्वासन दिया है कि वे जो भी निर्णय लेंगे, मैं उसका पालन करूंगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी शिवसेना महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री को नामित करने के भाजपा के फैसले का पूरा समर्थन करेगी। हमारी तरफ से कोई अडंगा नहीं है।’’ शिंदे ने उन खबरों को भी खारिज कर दिया कि उनके नेतृत्व में सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन को शानदार जीत हासिल करने के बावजूद दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने से वह निराश हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘कोई नाराज नहीं है। हमने महायुति के रूप में काम किया है।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें दूसरा कार्यकाल नहीं मिलने से वह निराश हैं, शिंदे ने कहा, ‘‘ऐसी कोई बात नहीं है। आपको याद होगा कि भाजपा ने मुख्यमंत्री के रूप में मेरे कार्यकाल का समर्थन किया था।’’ यह पूछे जाने पर कि नए मंत्रिमंडल में उपमुख्यमंत्री कौन होगा, शिंदे ने कहा, ‘‘अमित भाई (शाह) के साथ दिल्ली में कल बैठक है और उसमें सभी संबंधित निर्णय लिए जाएंगे।’’ उन्होंने कहा कि बृहस्पतिवार को दिल्ली में होने वाली बैठक में अगली सरकार बनाने के तौर-तरीकों को अंतिम रूप दिया जाएगा।
शिंदे ने कहा, ‘‘मैं इस प्रचंड जीत के लिए एक बार फिर महाराष्ट्र के लोगों और मतदाताओं को धन्यवाद देता हूं।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने हाल ही में विधानसभा के दौरान व्यापक प्रचार किया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं अगले दिन प्रचार अभियान शुरू करने से पहले 2-3 घंटे ही सोता था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं हमेशा के लिए एक कार्यकर्ता हूं। मेरे लिए सीएम (चीफ मिनिस्टर) का मतलब कॉमन मैन (सीएम) होता है।’’
शिंदे ने मुख्यमंत्री के तौर पर ढाई साल के कार्यकाल के दौरान समर्थन देने के लिए मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने मुख्यमंत्री बनने के छह महीने में ही महाराष्ट्र को तीसरे नंबर से नंबर 1 स्थान पर लाने के लिए काम किया।’’ मीडिया में आई उन खबरों का हवाला देते, जिनमें कहा गया था कि वह चुनाव में महायुति की भारी जीत के बावजूद पद छोड़ने के लिए कहे जाने से नाखुश हैं, शिंदे ने कहा, ‘‘मैं निराश नहीं हूं। हम लड़ते हैं, रोते नहीं हैं।’’ शिंदे ने कहा, ‘‘मैंने मुख्यमंत्री के तौर पर लोकप्रिय होने के लिए नहीं बल्कि महाराष्ट्र के लोगों के कल्याण के लिए काम किया।’’
भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने 288 सदस्यीय विधानसभा में 230 सीट जीतकर राज्य विधानसभा चुनावों में जोरदार वापसी की है। लोकसभा चुनाव में मिली हार से उबरते हुए भाजपा ने 132 सीटों पर जीत दर्ज की जो महायुति के सभी घटक दलों में सर्वाधिक है। शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने भी अच्छा प्रदर्शन किया।
शिवसेना ने 57 और राकांपा ने 41 सीट जीतीं। महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत के लिए के लिए 145 का आंकड़ा चाहिए। भाजपा को इस आंकड़े तक जाने के लिए अपने सहयोगियों में से केवल एक की जरूरत है। ऐसी स्थिति में उसका पलड़ा भारी है और शिंदे मोलभाव की स्थिति में नहीं है। कांग्रेस के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) को झटका लगा है।
देश की सबसे पुरानी पार्टी ने राज्य विधानसभा चुनावों में अपना सबसे खराब प्रदर्शन किया। उसे केवल 16 सीट पर जीत मिली। शरद पवार की राकांपा ने सिर्फ 10 सीट जीतीं जबकि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिव सेना (यूबीटी) ने 20 सीट जीतीं। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को हुए थे और परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए गए थे। मंगलवार को एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात कर मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा सौंप दिया था। राज्यपाल ने शिंदे से नयी सरकार के गठन तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने को कहा है।