मुंबईः महाराष्ट्र में कोविड-19 की हालात चिंताजनक है। देश में कोविड-19 के कुल मामलों में 70.82 प्रतिशत उपचाराधीन मरीज पांच राज्यों से हैं, जिनमें महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और केरल शामिल हैं।
मंत्रालय ने कहा कि देश में उपचाराधीन मरीजों का 48.57 प्रतिशत अकेले महाराष्ट्र में है। मंत्रालय ने कहा कि इसके अलावा 10 रज्यों में कोविड-19 के प्रतिदिन के मामलों में तीव्र वृद्धि दर्ज की गई है। इन राज्यों में महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान शामिल हैं।
इस बीच महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा है कि कोरोना लहर को रोकने और तोड़ने के लिए महाराष्ट्र में कम से कम 14 दिनों के लिए लॉकडाइन की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की उपस्थिति में आयोजित कोरोना टास्क फोर्स की बैठक में सदस्यों ने यह भी कहा कि 14 दिनों के लॉकडाउन की जरूरत है। शिवसेना नेता निलम गोरहे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक पत्र भेजा है।
इस पत्र में गोरे ने कहा है कि राज्य में तालाबंदी करना चाहते हैं, तो जनता को तैयार होने के लिए कम से कम तीन दिन दिए जाने चाहिए। ताकि लोगों की भीड़ आवश्यक वस्तुओं को प्राप्त करने में जल्दबाजी न करे और तालाबंदी का उद्देश्य भी प्राप्त हो सके।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में कोविड-19 की चिंताजनक स्थिति के मद्देनजर लॉकडाउन लगाने के शनिवार को संकेत दिए और उन्होंने जीवन रक्षा तथा कोरोना वायरस के प्रसार की कड़ी को तोड़ने के लिए सख्त पाबंदियां लगाने की बात कही।
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि इससे जिन तबकों की जीविका प्रभावित होगी, उनके लिए वित्तीय पैकेज को लेकर वह सोमवार को बैठक करेंगे। उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगी अशोक चव्हाण ने कहा, ‘‘लॉकडाउन की प्रकृति, उसकी व्यापकता और अवधि को जल्द ही अंतिम रूप दिया जाएगा।’’