अयोध्या के फैसले के बाद महाराष्ट्र सरकार के गठन में हो सकती है देरी, शिवसेना के नेता ने दिया ये बयान
By भाषा | Updated: November 9, 2019 18:52 IST2019-11-09T18:46:09+5:302019-11-09T18:52:00+5:30
महाराष्ट्र की 13 वीं विधानसभा का कार्यकाल शनिवार को समाप्त हो रहा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिवसेना ने 288 सदस्यीय विधानसभा की 161 सीटों पर जीत दर्ज की है लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर खींतचान की वजह से अबतक सरकार का गठन नहीं हुआ है।

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शिवसेना नेता संजय राउत ने शनिवार को संकेत दिया कि अयोध्या पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद महाराष्ट्र में सरकार बनने में देरी हो सकती है। उच्चतम न्यायालय की संविधान पीठ ने शनिवार को सर्वसम्मति के फैसले में अयोध्या में विवादित भूमि पर राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ करते हुये केंद्र को निर्देश दिया कि सुन्नी वक्फ बोर्ड को मस्जिद निर्माण के लिये किसी वैकल्पिक लेकिन प्रमुख स्थान पर पांच एकड़ भूखंड आबंटित किया जाए।
राउत ने ट्वीट किया, ‘‘पहले मंदिर फिर सरकार!! अयोध्या में मंदिर महाराष्ट्र में सरकार... जय श्रीराम।’’ जब राउत से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि अगला दो दिन केवल अयोध्या के लिए है। सरकार पर कुछ नहीं ।
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र की 13 वीं विधानसभा का कार्यकाल शनिवार को समाप्त हो रहा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिवसेना ने 288 सदस्यीय विधानसभा की 161 सीटों पर जीत दर्ज की है लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर खींतचान की वजह से अबतक सरकार का गठन नहीं हुआ है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने शुक्रवार को अपना इस्तीफा दे दिया और राज्यपाल ने उन्हें कार्यवाहक मुख्यमंत्री बनाया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार ने साफ कर दिया है कि जनता ने भाजपा-शिवसेना को स्थायी सरकार बनाने का जनादेश दिया है।
पवार ने शनिवार को कहा, ‘‘हमारी जिम्मेदारी रचनात्मक विपक्ष की है। हम देख रहे हैं कि कब सरकार का गठन होता है।’’ वहीं, महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोराट कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली में हैं।