Maharashtra Chunav 2024 Dates: विधानसभा चुनाव घोषणा से कुछ घंटे पहले राज्यपाल ने नियुक्त किए 7 विधान पार्षद?, पद-गोपनीयता की शपथ ली
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 15, 2024 14:54 IST2024-10-15T14:53:10+5:302024-10-15T14:54:23+5:30
Maharashtra Chunav 2024 Dates: भाजपा ने धर्मगुरु बाबूसिंह महाराज राठौड़, चित्रा वाघ और विक्रांत पाटिल को चुना। राठौड़ गोर बंजारा समुदाय के एक प्रमुख संगठन पोहरादेवी संस्थान के प्रमुख हैं।

file photo
Maharashtra Chunav 2024 Dates: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की घोषणा से कुछ घंटे पहले, राज्यपाल द्वारा नियुक्त सात विधान पार्षदों ने मंगलवार को पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। सात नए विधान पार्षदों में से तीन को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मनोनित किया था जबकि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और उपमुख्यमंत्री अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के दो-दो सदस्य हैं। राज्यपाल छह साल के कार्यकाल के लिए 12 प्रत्याशियों को विधान पार्षद के रूप में नियुक्त कर सकते हैं और इन्हें समाज के विभिन्न वर्गों से नियुक्त किया जाता है।
सोमवार को, राज्य मंत्रिमंडल ने 12 में से सात नामों पर सहमति दे दी थी और राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन से भी स्वीकृति मिल गई थी। उनकी मंजूरी के साथ, राज्य सरकार ने विधान भवन में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया। शेष पांच पद अभी खाली हैं। शिंदे ने पूर्व सांसद हेमंत पाटिल और पूर्व विधान पार्षद मनीषा कायंदे को फिर से नियुक्त किया, जबकि भाजपा ने धर्मगुरु बाबूसिंह महाराज राठौड़, चित्रा वाघ और विक्रांत पाटिल को चुना। राठौड़ गोर बंजारा समुदाय के एक प्रमुख संगठन पोहरादेवी संस्थान के प्रमुख हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुछ सप्ताह पहले इसी मंदिर का दौरा किया था। वाघ भाजपा की महिला शाखा की प्रदेश अध्यक्ष हैं और विक्रांत पाटिल प्रदेश इकाई के महासचिव हैं। अविभाजित राकांपा से करीब दो दशक तक जुड़ी रहीं वाघ ने 2016 में अपने पति के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना किया था। वह 2019 में राज्य विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गईं।
मई 2023 में बंबई उच्च न्यायालय ने उनके पति को रिश्वत के आरोपों से बरी कर दिया। राकांपा ने कैबिनेट मंत्री छगन भुजबल के बेटे पंकज भुजबल और सांगली, मिराज कुपवाड़ महानगर पालिक के पूर्व महापौर इद्रीस नायकवडी को चुना। इससे पहले दिन में राज्य सरकार ने बंबई उच्च न्यायालय को सूचित किया कि सात विधान पार्षदों की नियुक्ति में कोई बाधा नहीं है। विधान परिषद में कुल 78 सीट हैं।