राम मंदिर ट्रस्ट: राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास का बड़ा बयान, अयोध्यावासी संतों की गई अवहेलना, हमारा नामोनिशान तक नहीं

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: February 6, 2020 11:26 IST2020-02-06T11:26:44+5:302020-02-06T11:26:44+5:30

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 फरवरी को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए संसद में श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का ऐलान किया था।

Mahant Nritya Gopal Das on ram mandir trust says govt did Ayodhya saints disregarded | राम मंदिर ट्रस्ट: राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास का बड़ा बयान, अयोध्यावासी संतों की गई अवहेलना, हमारा नामोनिशान तक नहीं

राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास (फाइल फोटो)

Highlightsमहंत नृत्य गोपाल दास ने कहा है कि आज (6 फरवरी) को तीन बजे संत समाज की बैठक की जाएगी, जिसमें इस मुद्दे पर फैसला लिया जाएगा। पीएम मोदी ने संसद में कहा था कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में 15 सदस्य होंगे, जिनमें एक दलित और एक महिला सदस्य को भी जगह दी जाएगी।

राम मंदिर ट्रस्ट के गठन पर राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने सवाल उठाया है। महंत नृत्य गोपाल दास ने कहा है कि राम मंदिर ट्रस्ट के गठन में अयोध्यावासी संत महंतों की अवहेलना की गई है। महंत नृत्य गोपाल दास ने कहा है कि हमने राम मंदिर के निर्माण के लिए पूरे जीवन की कुर्बानी दी है। लेकिन ट्रस्ट के गठन में हमारा कोई नामोनिशान नहीं है।  जो ट्रस्ट बना है उसमें अयोध्यावासी संत महंतों की अवहेलना की गई है। महंत नृत्य गोपाल दास ने कहा है कि आज (6 फरवरी) को तीन बजे संत समाज की बैठक की जाएगी, जिसमें इस मुद्दे पर फैसला लिया जाएगा। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 फरवरी को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए संसद में श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का ऐलान किया था। जिसके बाद राम जन्मभूमि  न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास को श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का प्रमुख बनाने की बात उठी थी। 

पीएम मोदी ने संसद में कहा था कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में 15 सदस्य होंगे, जिनमें एक दलित और एक महिला सदस्य को भी जगह दी जाएगी। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट के गठन तथा मस्जिद के लिए जमीन देने की पेशकश की एक सप्ताह के भीतर घोषणा किए जाने की संभावना है।

उच्चतम न्यायालय ने रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मुद्दे का निपटारा करते हुए अपने ऐतिहासिक फैसले में मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर दिया था और इसके लिए ट्रस्ट के गठन तथा मस्जिद के लिए जमीन देने का निर्णय किया था। मंत्रालय ने राम मंदिर निर्माण के वास्ते ट्रस्ट बनाने के लिए एक आधारभूत ढांचा तैयार किया है और उत्तर प्रदेश सुन्नी वक्फ बोर्ड को दी जाने वाली जमीन की पहचान की है।

Web Title: Mahant Nritya Gopal Das on ram mandir trust says govt did Ayodhya saints disregarded

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