मंदासौर (मप्र), छह जून मध्यप्रदेश के मंदसौर स्थित पिपलिया मंडी में किसान आंदोलन के दौरान पुलिस गोलीबारी में मारे गए छह किसानों की चौथी बरसी पर रविवार को जिले के एक गांव में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दो मिनिट का मौन रखकर श्रदांजलि अर्पित की गई।
इस अवसर पर टकरावद गांव में श्रदांजलि सभा का आयोजन किया गया एवं कहा गया कि जब तक किसानों की मांगे नहीं मानी जाती, तब तक लड़ाई जारी रहेगी।
मालूम हो कि अपनी उपज के उचित मूल्य, कर्ज माफी एवं अन्य मांगों को लेकर किसानों ने वर्ष 2017 में एक जून से 10 जून तक राज्यव्यापी आंदोलन किया था। इसमें मंदसौर के पिपलिया मंडी में छह जून 2017 को पुलिस गोलीबारी में छह किसानों की मौत हुई थी। तब भी मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा की सरकार थी।
चौथी बरसी पर टकरावद में श्रदांजलि सभा को सम्बोधित करते हुए नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कृषि विरोधी तीनों काले कानून वापस लेने तक लड़ाई जारी रहेगी।
उन्होंने कहा कि कोरोना व लॉकडाउन के नाम पर सरकार पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने का काम कर रही है। पाटकर ने कहा कि मंदसौर का किसान आंदोलन एक जन आंदोलन बना व आज देश भर में जगह-जगह आंदोलन हो रहे हैं।
इस अवसर पर कांग्रेस नेता व पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन, किसान समन्वय समिति के जिला अध्यक्ष दिलीप पाटीदार एवं अमृतराम पाटीदार सहित अनेक किसान नेता उपस्थित थे।
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