मध्यप्रदेश सरकार द्वारा आंगनबाड़ियों में कुपोषण से बचाने के लिए बच्चों को अंडे देने की तैयारी की जा रही है. वहीं सरकार के इस फैसले के विरोध में भाजपा मैदान में उतर आई है. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि कमलनाथ सरकार प्रदेश की जनता के साथ पाप कर रही है.हमारी संस्कृति सनातन संस्कृति है, इसमें मांसाहार निषेध है.अगर हम बचपन से बच्चों को तामसी प्रवृत्ति डाल देंगे तो बच्चे आगे जाकर नरभक्षि न हो जाएं.
मध्यप्रदेश सरकार के आंगनबाड़ी केन्द्रों में अंडा वितरण का भाजपा ने विरोध तेज कर दिया है. इसे लेकर जुबानी जंग तेज हो गई है. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश की कमलनाथ सरकार जनता के साथ पाप कर रही है. उन्होंने सरकार के आंगनवाड़ियों में अंडा बांटने के प्रस्ताव पर कहा कि हमारी संस्कृति सनात संस्कृति है, इसमें मांसाहार निषेध है. अगर बचपन से ही बच्चों में तामसी प्रवृत्ति डाल देंगे तो आगे जाकर वह नरभक्षि न हो जाएं. उन्होंने कहा कि बच्चों को पौष्टिक आहार देने के और भी कई तरीके हैं. आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले बच्चों के लिए अंडे देने का विचार कई बार आ चुका है.
भाजपा सरकार के समय जब मैं मंत्री था, तब भी बच्चों को आंगनबाड़ियों में अंडे देने की बात सामने आई थी, लेकिन हमारी संस्कृति हमें शाकाहार का सेवन करने की दिशा प्रदान करती है, क्योंकि अंडा मांस का ही एक रुप है, इसलिए हमने इसकी अनुमति नहीं दी थी. उन्होंने कहा कि कुपोषित सरकार से इससे ज्यादा और क्या उम्मीद की जा सकती है. बच्चों को अंडा खिलाएगी जो नहीं खाता उन्हें जबरन खिलाएंगे. अंडे से पोषण नहीं मिला तो बकरे खिलाएगी यह सरकार.
उल्लेखनीय है कि 2013 में यूपीए सरकार ने मिड डे मील और आंगनबाड़ियों में बच्चों को अंडा देने की बात कही थी. मगर उस समय जिन राज्यों में भाजपा सरकार थी, उन्होंने इस बात को नहीं माना था, जबकि कई राज्यों में दूध और अंडे दिए जा रहे हैं. छत्तीसगढ़ में भी यह योजना पिछले महीने ही शुरू हुई है.
धार्मिक विश्वास के बीच कोई भी हस्तक्षेप नहीं करें
नेता प्रतिपक्ष के पहले भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी इस फैसले का विरोध किया था. विजयवर्गीय ने बुधवार को अंडे बांटे जाने के प्रस्ताव की आलोचना करते हुए कहा कि हम इसका विरोध करेंगे. उन्होंने कहा कि लोगों के धार्मिक विश्वास के बीच किसी को भी हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए.
सरकार कहे अंडा खाओ यह उचित नहीं
कमलनाथ सरकार के इस फैसले का राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी विरोध किया है. उन्होंने कहा कि कोई क्या खाए ये उसके विवेक पर निर्भर करता है, लेकिन सरकार कहे कि अंडा खाओ यह उचित नहीं है. आंगनवाड़ियों में अंडा खिलाने का हम घनघोर विरोध करते हैं. अंडे के कई विकल्प मौजूद हैं, पोषण आहार के लिए कई विकल्प हैं. आंगनबाड़ियों में अंडा नहीं परोसा जाना चाहिए. अंडा खिलाने का हम विरोध करेंगे. हमारे समय जब प्रस्ताव आया था अंडे का तो हमने इसको खारिज कर दिया था हम आंगनवाड़ियों में दूध देते थे.
मंत्री ने कहा मैं भी खाती हूं अंडा, खाने में कोई बुराई नहीं
महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने आज फिर आंगनबाड़ियों में अंडा वितरण करने का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि अंडा शाकाहारी है. जहां पर कुपोषण होगा, वहां सरकार मध्यान्ह भोजन में अंडा देगी. मंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में जहां-जहां कुपोषण है, वहां पर अंडा दिया जाएगा. मंत्री इमरती देवी ने घोषणा की कि आदिवासी अंचल के बाद पूरे प्रदेश में सरकार अंडा बांटेगी . मंत्री ने कहा कि मैं खुद भी अंडा खाती हूं , अंडा खाने में कोई बुराई नहीं है. विरोध कर रहे भाजपा नेताओं पर कटाक्ष करते हुए मंत्री इमरती देवी ने कहा कि विरोध करने वालों को होटल में जाकर देखा, वहां पर ये किस हाल में मिलेंगे, क्या खा रहे होंगे.