वेधशाला के ऑडिटोरियम और 5 ऑक्सीजन प्लांट का लोकार्पण, शिवराज बोले-उज्जैन को उद्योग और विज्ञान की नगरी बनाएंगे
By बृजेश परमार | Updated: July 11, 2021 17:54 IST2021-07-11T17:49:47+5:302021-07-11T17:54:11+5:30
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उज्जैन जिले को फिर से उद्योगों की एवं विज्ञान की नगरी बनाएंगे। एक तरफ उद्योग और दूसरी तरफ विज्ञान के क्षेत्र में उज्जैन देश का मार्गदर्शन करेगा।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन में अत्याधुनिक वस्त्र इकाई का भूमि पूजन किया।
उज्जैन जिले को फिर से उद्योगों की एवं विज्ञान की नगरी बनाएंगे। एक तरफ उद्योग और दूसरी तरफ विज्ञान के क्षेत्र में उज्जैन देश का मार्गदर्शन करेगा। आज उज्जैन में एक नये युग का प्रारम्भ हो रहा है। उक्त बात मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने डोंगला में स्थित नवनिर्मित वेधशाला के ऑडिटोरियम के ई-लोकार्पण अवसर पर कही।
कालिदास अकादमी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने माधव नगर चिकित्सालय एवं नागदा में स्थापित पांच ऑक्सीजन प्लांट का तथा चरक अस्पताल में 50 बच्चों के लिए बनाए गए चाइल्ड केयर वार्ड का लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्मार्ट सिटी के अन्तर्गत निर्माण किए जाने वाले आठ कार्यों का भूमि पूजन किया। मुख्यमंत्री ने शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने वाले 45 ग्राम पंचायतों के सरपंचों को सम्मानित करते हुए उन्हें प्रमाण-पत्रों का वितरण किया।
मुख्यमंत्री ने उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आजादी के पूर्व उज्जैन जिले में बड़ी-बड़ी कपड़ा मिलें थी। हजारों लोगों को रोजगार मिला हुआ था, लेकिन किसी कारणवश इन्हें बंद करना पड़, लेकिन आज पुनः उज्जैन जिले में उद्योगों की स्थापना का शुभारम्भ किया जा रहा है। वस्त्र निर्माण की इकाई छह माह में बनकर तैयार हो जाएगी। इस इंडस्ट्री से लगभग चार हजार महिलाओं को रोजगार मिलेगा। जल्द ही प्रतिभा सिंटेक्स इण्डस्ट्री का भूमि पूजन भी किया जाएगा। यहां भी चार हजार लोगों को रोजगार की प्राप्ति होगी। नागदा में स्थित ग्रेसिम इण्डस्ट्रीज में तीन हजार करोड़ से लेकर 11 हजार करोड़ रुपये तक का इन्वेस्ट होना है। छह अन्य औद्योगिक इकाईयां एक हजार 700 करोड़ की लागत से स्थापित की जायेगी और इस तरह पुनः उज्जैन को उद्योगों की नगरी बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि खगोल विज्ञान के क्षेत्र में डोंगला में स्थापित वेधशाला देश का मार्गदर्शन करेगी और इसका लाभ जनता को भी मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन जिला धर्म एवं आध्यात्म की नगरी है। सिंहस्थ के दौरान यहां अनेक निर्माण कार्य किए गए थे। निर्माण कार्यों का सिलसिला अभी भी जारी है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि महाकाल के प्रांगण का विस्तारीकरण किया जा रहा है। इसके तहत बेगमबाग के लोगों को अन्यत्र शिफ्ट कर उस क्षेत्र को ऐसा विकसित किया जाऐगा, जहां से वह सभी दिशाओं से न्यारा दिखे। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी हमें उज्जैन जिले को अग्रणी बनाना है। कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के लिये अभी से प्रयास करने होंगे। उन्होंने सभी लोगों से कहा कि आप निश्चिंत होकर न बैठें, यह निश्चिंत होकर बैठने का समय नहीं है।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री चौहान ने आज जिले को अनेकों सौगात दी है। डोंगला वेधशाला भविष्य की ग्रीनविच बनने वाली है। सच्चे अर्थों में समय की गणना उज्जैन के डोंगला से होगी। आज भारत की ज्ञान परम्परा को स्थापित किया गया है। इस वेधशाला में सभी संसाधन जुटाए गए हैं। अत्याधुनिक सभागार बनाया गया है। वेधशाला फिजिक्स एवं गणित का केन्द्र बनेगी। उज्जैन से समय की गणना होगी। इससे प्रदेश का नाम पूरे विश्व में बढ़ेगा।
उज्जैन में अत्याधुनिक वस्त्र इकाई का भूमि पूजन किया
मुख्यमंत्री ने उज्जैन के सोयाबीन प्लांट की जमीन पर तमिलनाड़ु की बेस्ट कॉर्पोरेशन कंपनी द्वारा निर्मित की जा रही अत्याधुनिक वस्त्र इकाई का भूमि पूजन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन में जो वस्त्र इकाई अपना प्लांट लगाने जा रही है वह तमिलनाड़ु के त्रिपुर से आ रही है, जहां पर टेक्सटाईल का हब है। चार वर्ष पूर्व जब वे त्रिपुर गये थे तो इस उद्योग को लाने का प्रयास किया और आज वह प्रयास सफल हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश आगे बढ़ेगा, अब पीछे पलटकर नहीं देखेगा।