मप्र चुनाव : 6 किन्नर भी चुनावी मैदान में ठोक रहे हैं ताल
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: November 26, 2018 05:17 IST2018-11-26T05:17:29+5:302018-11-26T05:17:29+5:30
मध्यप्रदेश चुनाव कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर 28 नवंबर को होने वाले चुनाव के लिए कुल 2907 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं.

मप्र चुनाव : 6 किन्नर भी चुनावी मैदान में ठोक रहे हैं ताल
मध्यप्रदेश एक ऐसा राज्य है जहां से शबनम मौसी के तौर पर वर्ष 2000 में देश को पहली किन्नर विधायक मिली. राज्य एक बार फिर विधानसभा चुनाव की दहलीज पर है और इस बार शबनम मौसी सहित विभिन्न सीटों से कुल छह किन्नर उम्मीदवार अपना चुनावी भाग्य आजमा रहे हैं. मध्यप्रदेश चुनाव कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर 28 नवंबर को होने वाले चुनाव के लिए कुल 2907 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं.
इनमें छह किन्नर प्रत्याशी भी शामिल हैं. इनमें अनूपपुर जिले की कोतमा सीट से पूर्व विधायक शबनम मौसी उर्फ शबनम कोल (61), मुरैना जिले की अंबाह सीट से नेहा किन्नर (28), दमोह जिले की दमोह सीट से रिहाना सब्बो बुआ (56), शहडोल जिले की जयसिंह नगर सीट से सुंदर सिंह ऊर्फ सल्लू मौसी (30), होशंगाबाद जिले की होशंगाबाद सीट से पांची देशमुख (44) एवं इंदौर जिले की इंदौर-2 सीट से बाला वैश्वरा (28) अपनी किस्मत आजमा रही हैं.
पांची देशमुख अखिल भारत हिंदू महासभा की टिकट पर चुनाव लड़ रही है, जबकि बाकी पांचों किन्नर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में हैं. देश की पहली किन्नर विधायक शबनम मौसी मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले के सोहागपुर निर्वाचन क्षेत्र से वर्ष 2000 के उपचुनाव में निर्दलीय चुनी गई थीं.
14 से अधिक भारतीय भाषाओं की जानकार शबनम मौसी ने तब 44.08 प्रतिशत मत लेकर भाजपा के उम्मीदवार को 17,863 मतों से हराया था. इस बार शबनम का मुकाबला भाजपा के पूर्व विधायक रह चुके दिलीप कुमार जायसवाल एवं कांग्रेस के सुनील कुमार से है. अंबाह विधानसभा सीट से किन्नर नेहा के चुनाव मैदान में आने से मुकाबला रोचक हो गया है.
पांची का मुकाबला विस अध्यक्ष और पूर्व मंत्री से पांची देशमुख भी चुनावी राजनीति में पुराना नाम है. उन्होंने 2003 में होशंगाबाद सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा था और निर्दलीय उम्मीदवार होने के वाबजूद अपनी जमानत बचाने में कामयाब रही थीं. देशमुख के खिलाफ होशंगाबाद सीट से मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा चुनाव मैदान में हैं. मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री सरताज सिंह भी कांग्रेस के टिकट पर यहां अपना भाग्य आजमा रहे हैं.