मध्य प्रदेश चुनाव: टिकट बंटवारे में कांग्रेस का मास्टर स्ट्रोक, BJP का टिकट ठुकरा लौट सकते हैं नेता
By लोकमत न्यूज़ ब्यूरो | Updated: October 27, 2018 16:17 IST2018-10-27T16:17:21+5:302018-10-27T16:17:21+5:30
कांग्रेस नेतृत्व प्रत्येक के सभी जिलों से कम से कम एक ऐसा सर्वानुमति प्रत्याशी तलाश रही है, जो सारे गुटों की पसंद हो। कांग्रेस नेतृत्व शेष सीटों पर गुट सर्वे और जातिगत समीकरणों के आधार पर टिकट फाइनल करने की प्रक्रिया से आगे बढ़ा रहा है।

फाइल फोटो
-शिवअनुराग पटैरया
मध्य प्रदेश में इस बार के विधानसभा चुनाव दूसरे चुनावों की तुलना में ज्यादा महत्वपूर्ण बन गए हैं। दरअसल 2019 के लोकसभा चुनाव के पूर्व हो रहे मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा के चुनाव सेमीफाइनल की तरह हैं।
इसलिए प्रदेश में भाजपा, कांग्रेस के भीतर उन लोगों को तलाश रही है, जो ऐसा मौके पर भाजपा के टिकट छोड़कर उसके साथ आ जाएं। पिछले लोकसभा चुनाव के समय भिंड के कांग्रेस प्रत्यशी डॉ. भागीरथ प्रसाद ने ऐन मौके पर कांग्रेस का टिकट छोड़कर भाजपा से चुनाव लड़ा था।
पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के दो विधायकों संजय पाठक और नारायण प्रसाद त्रिपाठी ने कांग्रेस को झटका देकर भाजपा का दामन थामा था। इनमें से एक संजय पाठक को बाद में प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री तक बना दिया गया था। कांग्रेस नेतृत्व भाजपा की इस रणनीति को भांप गया है इसलिए उसने कांग्रेस के सभी वर्तमान 57 विधायकों को टिकट देना लगभग तय कर लिया है।
बताया जाता है कि प्रदेश कांग्रेस की चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया के सुझाव पर कांग्रेस नेतृत्व ने कांग्रेस के सभी वर्तमान विधायकों को टिकट देने की बात सैद्धांतिक तौर पर मान ली है। इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि इन विधायकों ने मोदी लहर में चुनाव जीता था, इसलिए उनको उतारना पार्टी के हित में होगा।
इसी तरह कांग्रेस नेतृत्व प्रत्येक के सभी जिलों से कम से कम एक ऐसा सर्वानुमति प्रत्याशी तलाश रही है, जो सारे गुटों की पसंद हो। कांग्रेस नेतृत्व शेष सीटों पर गुट सर्वे और जातिगत समीकरणों के आधार पर टिकट फाइनल करने की प्रक्रिया से आगे बढ़ा रहा है।
बताया जा रहा है कि टिकट बांटने की प्रक्रिया पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सीधी नजर है। स्क्रीनिंग कमेटी के द्वारा संभावित प्रत्याशियों के नाम छोटी जीत के बाद उन्हें कल केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
सीईसी के बाद हस सूची को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ मिलकर अंतिम स्वरूप देंगे। इस सूची में इस बात पर ध्यान रखा जाएगा कि बीते लोकसभा चुनाव की तरह किसी ऐसे प्रत्याशी को टिकट न मिल जाए जो अंतिम क्षणों में पार्टी का टिकट छोड़कर पलायन कर पक्षद्रोही बन जाए।
(शिवअुनराम पटैरया लोकमत समाचार मध्य प्रदेश से जुड़े हैं।)