मध्य प्रदेश कांग्रेस में अध्यक्ष पद को लेकर मची रार
By शीलेष शर्मा | Updated: August 30, 2019 17:51 IST2019-08-30T17:50:48+5:302019-08-30T17:51:02+5:30
मध्य प्रदेश की सत्ता में कांग्रेस का वापसी करीब 15 वर्षों बाद हुई है। कमलनाथ के अध्यक्ष पद छोड़ने बाद से इस पर आसीन होने के लिए कांग्रेस नेताओं में होड़ सी मची है। सूत्रों के मुताबिक, ताजा जानकारी यह है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया नाराज चल रहे हैं और कमलनाथ नहीं चाहते हैं कि सिंधिया अध्यक्ष बनें।

कांग्रेस पार्टी का झंडा। (फाइल फोटो)
हरियाणा, कर्नाटक, पंजाब और राजस्थान के बाद अब मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस आतंरिक कलह का शिकार हो रही है. लोकसभा चुनाव के बाद प्रदेश अध्यक्ष पद से कमलनाथ के इस्तीफे से खाली हुए पद पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपना दावा ठोंक दिया है, जो पार्टी की आतंरिक कलह का बड़ा कारण बना हुआ है.
इसी सिलसिले में राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से दस जनपथ पर मुलाकात की.
सूत्र बताते है कि कमलनाथ ने प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए कुछ नामों का सुझाव पार्टी अध्यक्ष को दिया है क्योंकि वे नहीं चाहते कि राज्य प्रदेश इकाई की कमान ज्योतिरादित्य को सौंपी जाए.
इधर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राहुल गांधी और गांधी परिवार से अपनी नजदीकी का लाभ उठाते हुए आलाकमान पर अध्यक्ष पद के लिए दबाव की राजनीति तेज कर दी है.
पार्टी सूत्रों का कहना था कि सिंधिया के इशारे पर उनके समर्थक नेताओं ने नेतृत्व को धमकी दी है कि सिंधिया को अगर प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनाया गया तो वे पार्टी छोड़ देगें.
पहले से बुरे दौर से गुजर रही कांग्रेस का नेतृत्व नहीं चाहता कि इस मोड़ पर ऐसा कुछ हो जिससे पार्टी को नुकसान पहुंचता हो. नतीजा सोनिया गांधी, मध्य प्रदेश के नेताओं से नये अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर चर्चा कर रही हैं ताकि आम सहमति से किसी वरिष्ठ नेता को प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी जा सके और वह सभी को साथ लेकर चल सके.
सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कमलनाथ ने इस बात से इंकार किया कि ज्योतिरादित्य सिंधिया नाराज हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने स्वयं अध्यक्ष का पद छोड़ा है तथा आज उन्होंने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से नया अध्यक्ष नियुक्त करने का आग्रह भी किया है.
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव हार जाने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया को राहुल गांधी ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी थी लेकिन राहुल के इस्तीफा देने के बाद ज्योतिरादित्य ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया था और उसी के बाद से मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर अपने दावेदारी ठोंक दी थी.
15 वर्षो बाद सत्ता में आई कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष बनने के लिए जो नाम चर्चा में हैं उनमें ज्योतिरादित्य के अलावा दिग्विजय सिंह, बाला बच्चन, उमंग सेंगर, शोभा ओझा, अर्जुन सिंह के बेटे अजय सिंह के नाम शामिल हैं.
पार्टी सूत्रों का दावा था कि हरियाणा और मध्य प्रदेश में नये अध्यक्ष की नियुक्ति अगले 15 दिनों में की जा सकती है.