मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के सोशल मीडिया पर सामने आए विवादास्पद वीडियो को लेकर अब उन्होंने सफाई दी है। कमलनाथ ने कहा धर्म की राजनीति में ये बौखला गए हैं।ये वीडियो और व्हाट्सएप की राजनीति पर उतर आए हैं। मुझे इसकी चिंता नहीं है, क्योंकि जनता इस सब बातों से प्रभावित होने वाली नहीं है। सच्चाई सबके सामने है।
बता दें कि मंगलवार को कमलनाथ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। इस वीडियो में कमलनाथ कथित तौर पर यह कहते सुनाई पड़ रहे हैं कि "अगर चुनावों में मुसलमान समाज के 90 प्रतिशत वोट नहीं पड़े, तो कांग्रेस को बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है।"
वीडियो वायरल होने बाद बीजेपी ने सूबे के प्रमुख विपक्षी दल पर बुधवार को आरोप लगाया कि वह सूबे के आसन्न विधानसभा चुनावों में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के हथकंडे अपना रहा है।
बीजेपी नेता ने कहा था 'बंद कमरे में एक संप्रदाय विशेष के लोगों से चर्चा के दौरान कमलनाथ के विवादास्पद बोल से तसदीक हो गयी है कि सूबे के विधानसभा चुनावों में हताश हो चुकी कांग्रेस सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के हथकंडे अपना रही है और अपने फायदे के लिये दो वर्गों के बीच खाई पैदा करना चाहती है।'
उधर, प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने आरोप लगाया कि बीजेपी के "डर्टी ट्रिक्स डिपार्टमेंट" ने कमलनाथ के वीडियो में काट-छांटकर इसका चुनिंदा हिस्सा सोशल मीडिया पर डाला है।
उन्होंने कहा, "कमलनाथ सूबे में पिछले 15 साल से सत्तारूढ़ बीजेपी से किसानों की बुरी स्थिति, महिलाओं से बढ़ते बलात्कार और अन्य वास्तविक मुद्दों पर लगातार सवाल पूछ रहे हैं। लेकिन इन मुद्दों से मतदाताओं का ध्यान भटकाने के लिये भाजपा के लोग नित नये हथकंडे अपना रहे हैं।"
ओझा ने कहा कि कमलनाथ हर जाति और संप्रदाय के लोगों से मिलकर अपील कर रहे हैं कि वे 28 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों में अधिक से अधिक मतदान करें।