Lok Sabha Elections 2024: "फतेहपुर में मुझे किसने हराया, किसने पीएम मोदी के अभियान में बाधाएं डालीं, उनकी पहचान होगी", हार के भाजपा की साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: June 6, 2024 07:28 IST2024-06-06T07:24:26+5:302024-06-06T07:28:51+5:30
उत्तर प्रदेश के फ़तेहपुर लोकसभा क्षेत्र से हारने के बाद भाजपा नेता साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि वह यहां पर उन्हें हराने वालों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अभियान में बाधा डालने वालों की पहचान करेंगी।

फाइल फोटो
फ़तेहपुर: उत्तर प्रदेश के फ़तेहपुर लोकसभा क्षेत्र से हारने के बाद भाजपा नेता साध्वी निरंजन ज्योति ने समाजवादी पार्टी के विजयी उम्मीदवार नरेश चंद्र उत्तम पटेल को शुभकामनाएं दीं। इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि वह यहां पर उन्हें हराने वालों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अभियान में बाधा डालने वालों की पहचान करेंगी।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा, "मुझे लगता है कि फ़तेहपुर में जो स्थिति थी, उससे बेहतर परिणाम मुझे मिला। मतदान से 15 दिन पहले मुझे लगा कि यहां ज़रूर कुछ गड़बड़ है लेकिन हमारे ज़मीनी कार्यकर्ताओं ने यहां कड़ी मेहनत की, इसलिए मुझे 4,67,129 वोट मिले। मुझे यह भी लगा कि हमने जो काम फ़तेहपुर में शुरू किया था उसमें कहीं न कहीं रुकावट आई है, मैं निश्चित रूप से उन लोगों की पहचान करूंगी, जिन्होंने पीएम मोदी के अभियान में बाधाएं डालीं।''
इसके साथ साध्वी निरंजन ज्योति ने विजयी प्रत्याशी नरेश चंद्र उत्तम पटेल से विकास कार्य जारी रखने की अपील की। उन्होंने कहा, "फतेहपुर सदर में सबसे ज्यादा विकास कार्य हुए हैं। मुझे उम्मीद है कि जीतने वाला उम्मीदवार विकास कार्य जारी रखेगा।"
इस लोकसभा चुनाव में सपा के नरेश चंद्र उत्तम पटेल ने साध्वी निरंजन ज्योति को 33199 वोटों से हराया है। गौरतलब है कि 18वीं लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में अपना दबदबा बनाते हुए 37 सीटें जीतीं, जबकि बीजेपी ने 33 सीटों पर जीत हासिल की।
543 सदस्यीय संसद में 18वीं लोकसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने 294 सीटें जीतीं और इंडिया ब्लॉक को 234 सीटें मिलीं।
केंद्र में सरकार बनाने के लिए किसी पार्टी या गठबंधन को सरकार बनाने के लिए 272 सीटों के साधारण बहुमत की आवश्यकता होती है। चुनाव आयोग के अनुसार, भाजपा ने 240 सीटें जीतीं, जो 2019 की 303 सीटों से काफी कम है। दूसरी ओर, कांग्रेस ने 99 सीटें जीतकर मजबूत वृद्धि दर्ज की।