किसान कर्ज माफी को लेकर बीजेपी का कांग्रेस पर हमला, राहुल गांधी की घोषणा की रिकार्डिंग के जरिए मांगेगी हिसाब

By राजेंद्र पाराशर | Updated: March 12, 2019 07:37 IST2019-03-12T07:37:17+5:302019-03-12T07:37:17+5:30

लोकसभा चुनाव की तारीखे घोषित होते ही अब चुनावी माहौल में भी गर्माहट आती जा रही है. दोनों ही दलों ने 29 में से 25 सीटों पर जीत को फोकस कर चुनाव मैदान में उतरने का फैसला आचार संहिता लगने के पहले ही कर लिया था.

Lok Sabha Elections 2019: bjp fights congress in madhya pradesh for Farmers debt waiver | किसान कर्ज माफी को लेकर बीजेपी का कांग्रेस पर हमला, राहुल गांधी की घोषणा की रिकार्डिंग के जरिए मांगेगी हिसाब

किसान कर्ज माफी को लेकर बीजेपी का कांग्रेस पर हमला, राहुल गांधी की घोषणा की रिकार्डिंग के जरिए मांगेगी हिसाब

Highlightsकिसानों के इस मुद्दे को कांग्रेस हाथ से जाने नहीं देना चाह रही है. कांग्रेस ने भाजपा को इस मुद्दे पर करारा जवाब देने की रणनीति तय की है.

मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव में भी किसान का मुद्दा हावी रहेगा. कांग्रेस जहां किसान कर्ज माफी को लेकर एक बार फिर मतदाता और किसानों के बीच जाएगी और आंकड़ों के आधार पर सरकार ने कितने किसानों का कर्ज माफ किया यह बताएगी. वहीं भाजपा ने भी इसे मुद्दा बनाने की रणनीति तय कर ली है. भाजपा इसे लेकर कांग्रेस पर सीधा हमला बोलते हुए किसान विरोधी सरकार बताकर किसानों को छलने का आरोप कांग्रेस पर लगाएगी.

लोकसभा चुनाव की तारीखे घोषित होते ही अब चुनावी माहौल में भी गर्माहट आती जा रही है. खासकर विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद भाजपा इस बार किसी भी हालत में कांग्रेस से कमजोर नहीं होना चाहती. दोनों ही दलों ने 29 में से 25 सीटों पर जीत को फोकस कर चुनाव मैदान में उतरने का फैसला आचार संहिता लगने के पहले ही कर लिया था. अब जबकि आचार संहिता भी लग गई तो भाजपा ने मैदानी सक्रियता भी बढ़ा दी है. भाजपा ने मालवा अंचल से अपने चुनाव अभियान की शुरुआत की है. नीमच जिले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने एक साथ एक मंच से एकता का प्रदर्शन कर चुनावी बिगुल फूंका है. आज भी मालवा अंचल में भाजपा नेताओं ने चुनावी सभाएं की है.

भाजपा ने कांग्रेस को घेरने के लिए किसान को ही मुद्दा बनाया है. भाजपा किसान कर्ज माफी को मुद्दा बनाकर किसानों के बीच पहुंचने की तैयारी कर चुकी है. भाजपा द्वारा विधानसभा चुनाव के पूर्व मंदसौर की सभा में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा की गई घोषणा ‘दस दिन में किसानों का कर्ज माफ’ की रिकार्डिंग निकाली गई है. इस रिकार्डिंग के जरिए अब भाजपा किसानों के बीच पहुंचकर उनसे पूछेगी कि बताओं दस दिन में कितने किसानों का कर्ज माफ हुआ है. भाजपा पदाधिकारी इस रणनीति के तहत हर सभा में किसानों से यही बात पूछेंंगे और यह प्रयास करेंगे कि कांग्रेस से किसी तरह किसान दूरी बनाए और भाजपा के पक्ष में आए.

कांग्रेस भी सूची लेकर जाएगी किसानों के बीच

किसानों के इस मुद्दे को कांग्रेस हाथ से जाने नहीं देना चाह रही है. कांग्रेस ने भाजपा को इस मुद्दे पर करारा जवाब देने की रणनीति तय की है. कांग्रेस ने मार्च तक जिन किसानों का कर्ज माफ किया है उसकी जानकारी लेकर चुनाव प्रचार के दौरान वह भी किसानों और आम मतदाता के बीच पहुंचेगी. वहीं वचन पत्र में जिन बिन्दुओं को लेकर विधानसभा चुनाव के दौरान जो जनता से वचन किए गए थे, उन वचनों में से अब तक सरकार बनने पर कांग्रेस सरकार ने किन बिन्दुओं पर कार्य शुरु किया और कितनी घोषणाएं कर उनका क्रियांवयन किया इनकी जानकारी के साथ कांग्रेस मैदान में जाने की तैयारी कर चुकी है.

कांग्रेस द्वारा भाजपा द्वारा किसान कर्ज माफी को लेकर जो तैयारी की जा रही है और भाजपा नेताओं द्वारा जिस तरह से कांग्रेस हमला किया जा रहा है, उसे झूठ बताया जा रहा है. कांग्रेस ने भाजपा नेताओं को जवाब देने के लिए एक सूची तैयार की है इस सूची में करीब 5600 किसानों के नाम हैं. कांग्रेस सूची के आधार पर यह बताएगी कि इन किसानों का कर्ज माफी का आवेदन पास हो गया है और उनका कर्ज माफ कर दिया गया है.

सरकार ने किया धोखा

नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि किसानों के साथ कर्ज माफी का वादा करके सरकार ने धोखा किया है. किसानों को कहा गया था कि 10 दिन में कर्ज माफ कर दिया जाएग, मगर ऐसा हुआ नहीं है. उन्होंने कहा कि रविवार को आचार संहिता लग गई और आज सोमवार को प्रदेश के कई किसानों को मोबाइल पर सरकार द्वारा यह मैसेज भेजा गया, जिसमें उल्लेख किया गया कि आपका ऋण माफी का आवेदन मिला, चुनाव पश्चात शीघ्र स्वीकृति की जाएगी.

वहीं कुछ किसानों का यह मैसेज मिला है कि आपके चालू ऋण खातों में 31.3.2018 को बकाया राशि जमा करा दी गई है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए. किसानों के साथ यह धोखा हुआ है. किसान आज ठगा महसूस कर रहा है.

जनता के सामने आया झूठ

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसान कर्ज माफी को लेकर सरकार का झूठ ढ़ाई महीने में ही सामने आ गया है. कमलनाथ सरकार की कलई खुल गई है, रंग उतर गया है. उन्होंने कहा कि कर्जमाफी का सच तो जनता ही अब चुनाव में बेहतर रुप से बताएगी. चौहान ने कहा कि विपक्ष पहले से ही हार की भूमिका तैयार कर रहा है. चुनाव शुरू होने के पहले चुनाव आयोग पर आरोप लगाना उनकी इसी मानसिकता का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि हम सरकार के झूठे वादों के साथ मैदान में किसानों के बीच जाएंगे और उन्हें बताएंगे कि सरकार ने उनके साथ किस तरह छल किया है.
 

Web Title: Lok Sabha Elections 2019: bjp fights congress in madhya pradesh for Farmers debt waiver