मायावती नहीं लड़ेंगी चुनाव पर बन सकती हैं प्रधानमंत्री! ट्वीट कर बसपा समर्थकों से कही ये बड़ी बात
By विनीत कुमार | Updated: March 21, 2019 13:18 IST2019-03-21T13:18:23+5:302019-03-21T13:18:23+5:30
उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से गठबंधन के तहत बसपा 38, सपा 37 और रालोद तीन सीटों पर चुनाव लड़ रहा है।

मायावती पीएम पद की रेस में बरकरार! (फाइल फोटो)
बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा करने के बाद यह भी संकेत दे दिया है कि वे पीएम पद की रेस से बाहर नहीं है। साथ ही मायावती ने ट्वीट कर बसपा के कार्यकर्ताओं को मायूस नहीं होने को कहा है। मायावती ने अपने ट्वीट में लिखा, 'कोई भी प्रधानमंत्री बनने के बाद भी 6 महीने के अंदर सासंद बन सकता है, इसलिए कार्यकर्ताओं निराश नहीं होना चाहिए।'
मायावती ने साल 1995 का जिक्र करते हुए लिखा है कि जब वे पहली बार उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनी थीं तब भी वे यूपी विधानसभ की सदस्य नहीं थीं।
जिस प्रकार 1995 में जब मैं पहली बार यूपी की सीएम बनी थी तब मैं यूपी के किसी भी सदन की सदस्य नहीं थी। ठीक उसी प्रकार केन्द्र में भी पीएम/मंत्री को 6 माह के भीतर लोकसभा/राज्यसभा का सदस्य बनना होता है। इसीलिये अभी मेरे चुनाव नहीं लड़ने के फैसले से लोगों को कतई मायूस नहीं होना चाहिये
— Mayawati (@Mayawati) March 20, 2019
मायावती ने बुधवार को यह घोषणा की थी वे इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। मायावती ने कहा था कि उन्होंने पार्टी और गठबंधन पर ज्यादा ध्यान देने के लिए यह फैसला किया है। मायावती ने चुनाव न लड़ने की घोषणा करते हुए कहा, 'वर्तमान हालात को देखकर अगर चुनाव बाद मौका आएगा तो मैं जिस सीट से चाहूंगी, उस सीट को खाली कराकर लोकसभा की सांसद बन सकती हूं। इसलिए देश के वर्तमान हालात को देखते हुए तथा अपनी पार्टी के मूवमेंट के व्यापक हित के साथ जनहित व देश हित का भी यही तकाजा है कि मैं लोकसभा का चुनाव अभी न लड़ूं। यही कारण है कि मैंने फिलहाल लोकसभा चुनाव न लड़ने का फैसला लिया है।'
बसपा इस बार यूपी में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर चुनावी मैदान में उतर रही है। वैसे बता दें कि अखिलेश यादव ने भी जनवरी में यह संकेत दिये थे कि किसी परिस्थिति में अगर मायावती का नाम अगले प्रधानमंत्री के तौर पर आगे बढ़ा तो वे इसका समर्थन करेंगे।
उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से गठबंधन के तहत बसपा 38, सपा 37 और रालोद तीन सीटों पर चुनाव लड़ रहा है। वहीं, दो सीटों अमेठी और रायबरेली को कांग्रेस के लिए छोड़ा गया है।