आगामी लोकसभा चुनावों में बिहार में सीटों के बंटवारे को लेकर शुरू रार शुक्रवार (26 अक्टूबर) को और धार पकड़ ली। शुक्रवार को एक तरफ जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ आकर भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कई बड़ी घोषणाएं कीं तो दूसरी तरफ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के घटक दल के नेता ने जाकर विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव से मुलाकात की है।
एनडीटीवी की एक खबर के मुताबिक बिहार के एनडीए के साथी दल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) के नेता उपेंद्र कुशवाहा बिहार में सिर्फ एक सीट मिलने से नाराज हैं। इसी बाबत उन्होंने तेजस्वी यादव से मुलाकात की है। जानकारी के अनुसार तेजस्वी ने उन्हें महागठबंधन में शामिल होने का न्योता दिया है।
लेकिन इसके बाद ही उपेंद्र कुशवाहा ने मीडिया में आकर सफाई दी। उन्होंने कहा कि अभी कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है। तेजस्वी से मुलाकात महज एक संयोग था। उल्लेखनीय है कि शाह की प्रेस कॉन्फ्रेंस के ठीक बाद पटना स्थित सर्किट हाउस में उपेंद्र कुशवाहा और तेजस्वी की मुलकात हुई थी।
उल्लेखनीय है कि बिहार में कुल 40 लोकसभा सीटें हैं। इन्हीं एनडीए की बीजेपी-जेडीयू- लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) और आरएलएसपी में सीटें बांटी जानी है। पिछले चुनाव में इस गठबंधन से जेडीयू ने खुद को अलग कर दिया था। ऐसे में जेडीयू में आने से अच्छी खासी सीटें उसके हिस्से जाते दिखाई दे रही हैं। ऐसे में दूसरी छोटी पार्टियों की सीटें कम होने की संभावना है।
इस पर अमित शाह ने शुक्रवार को मुहर लगाई। उन्होंने कहा कि जब नई पार्टी गठबंधन में आएगी तो सबकी सीटें कम होंगी। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में बिहार की 40 लोकसभा सीटों में 33 पर राजग का कब्जा है। इनमें 22 सीटें भाजपा, छह लोजपा, तीन रालोसपा को मिली थीं। बाद में इसमें जदयू की दो सीटें भी आ मिलीं। जदयू पिछले लोकसभा चुनाव में सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और उसे सिर्फ दो सीटों पर जीत हासिल हुई थी। इसे देखते हुए जदयू को बड़ा फायदा होता दिख रहा है ।
बिहार में लोकसभा चुनाव जदयू-भाजपा बराबर बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगे: अमित शाह
अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव के लिये बिहार में राजग घटक दलों के बीच सीटों के बंटवारे के फार्मूले पर सहमति बन गई है। इसके तहत जदयू और भाजपा, दोनों दल बराबर - बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच शु्क्रवार को दिल्ली में हुई बैठक के बाद इसकी घोषणा की गई।
शाह ने संवाददाताओं को बताया कि बहुत दिनों से बिहार में लोकसभा चुनाव के संदर्भ में सभी साथी दलों से चर्चा चल रही थी। आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ इस बारे में विस्तृत चर्चा हुई और यह तय हुआ कि भाजपा और जदयू बराबर बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा और जदयू बराबर बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगी और बाकी साथियों को भी सम्मानजनक जगह दी जायेगी। अगले दो तीन दिनों में सीटों की संख्या के बारे में घोषणा कर दी जायेगी।’’
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि बिहार में सभी घटक दलों का एक ही मत है कि 2019 के चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में प्रचंड बहुमत प्राप्त करना है ।
नीतीश कुमार ने भी कहा कि बातचीत हो चुकी है और अमित शाह ने जैसी घोषणा की कि जदयू और भाजपा बराबर बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। बाकी सहयोगी दलों से अंतिम दौर की बातचीत चल रही है और दो..तीन दिनों में चीजें तय हो जायेंगी।
वहीं, शाह ने कहा कि यह भी तय हुआ है कि बिहार में नीतीश कुमार, रामविलास पासवान और सुशील कुमार मोदी पूरे अभियान को नेतृत्व प्रदान करेंगे।उपेन्द्र कुशवाहा के बारे में एक सवाल के जवाब में भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि उपेन्द्र कुशवाहा भी हमारे साथी है और सभी एकसाथ है ।
सीटों के बंटवारे में संख्या के बारे में एक सवाल के जवाब में शाह ने कहा कि एक बार सैद्धांतिक बातें तय हो जाने के बाद कौन किन किन सीटों पर चुनाव लड़ेगा, इस बारे में बिहार की पार्टी इकाई और नीतीश कुमार चर्चा करके चीजें तय कर लेंगे ।
बिहार के मुख्यममंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को दोपहर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने गए। वहां दोनों के बीच क्या बात हुई, इसका स्पष्ट खुलासा तो नहीं हो सका है । लेकिन समझा जाता है कि इसमें लोकसभा चुनाव में सीट बंटवारे का मुद्दा शामिल रहा ।
(सामाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)