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लोकसभा चुनाव 2019: मध्यप्रदेश में इस मास्टर प्लान से उम्मीदवार चुनेगी कांग्रेस, नहीं होगा कोई नाराज?

By राजेंद्र पाराशर | Updated: January 24, 2019 07:22 IST

विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी चयन को लेकर उपजे असंतोष को देखते हुए इस बार कांग्रेस उससे बचने का प्रयास कर रही है.

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मध्यप्रदेश में कांग्रेस के लोकसभा क्षेत्रवार नियुक्त प्रभारी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से रायशुमारी करने के बाद प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया पर क्षेत्र के वरिष्ठ नेताओं से भी चर्चा करेंगे. कांग्रेस द्वारा असंतोष से बचने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है.

विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी चयन को लेकर उपजे असंतोष को देखते हुए इस बार कांग्रेस उससे बचने का प्रयास कर रही है. विधानसभा चुनाव के दौरान विधानसभा क्षेत्र के कई वरिष्ठ नेताओं की यह शिकायत मिली थी कि उनसे प्रत्याशी चयन के दौरान चर्चा की नहीं की गई. उनकी अनदेखी हुई है. इसके चलते अब कांग्रेस ने तय किया है कि लोकसभा क्षेत्र के प्रभारियों द्वारा जो 25 जनवरी तक कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से रायशुमारी की जा रही है, उसके बाद क्षेत्र के वरिष्ठ नेताओं से भी मिलकर उनसे राय ली जाए और कार्यकर्ता द्वारा सुझाए नामों पर चर्चा की जाए.

कांग्रेस के सभी लोकसभा प्रभारियों से कहा है कि वे 25 जनवरी तक किसी भी तरह से प्रत्याशी चयन के प्रक्रिया के पहले चरण को पूरा करें. इसके बाद 27 जनवरी को प्रभारी महासचिव सभी लोकसभा प्रभारियों और सह प्रभारियों से चर्चा करेंगे. कांग्रेस के कुछ लोकसभा क्षेत्र के प्रभारियों ने तो यह काम कार्यकर्ता के साथ रायशुमारी के बाद शुरु भी कर दिया है. अधिकांश जिलों में प्रभारियों द्वारा एक साथ ही यह कार्य किया जा रहा है, ताकि किसी तरह का कोई असंतोष न उपजे.

वैसे राजधानी भोपाल में भोपाल लोकसभा क्षेत्र के रामेश्वर नीखरा के सामने रायशुमारी के दौरान असंतोष की स्थिति बनी, मगर उन्होंने वरिष्ठों की मदद से इस काम को पूरा करने का प्रयास किया. बताया जाता है कि नीखरा अब प्रभारी सचिव वर्षा गायकवाड़ के साथ 25 फरवरी को भोपाल संसदीय क्षेत्र के वरिष्ठ नेताओं पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं के निवास पर पहुंचकर लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी चयन के लिए उनकी राय अलग से जानेंगे.

असंतोष से बचने वरिष्ठों को साधने का प्रयास

प्रदेश कांग्रेस के लोकसभा प्रभारियों को निर्देश मिले हैं कि वे प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया के पूर्व जिला, ब्लाक, मंडलम, सेक्टर पदाधिकारियों की बैठक बुलाकर रायशुमारी करें. इसके अलावा महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, किसान कांग्रेस और एनएसयूआई के अलावा अन्य संगठनों के पदाधिकारियों से भी चर्चा करें और उनसे भी नाम मांगे. कांग्रेस इस तरह से वरिष्ठ नेताओं से चर्चा कर साधने का प्रयास कर रही है, ताकि प्रत्याशी के नाम की घोषणा के साथ जो असंतोष की स्थिति निर्मित होती रही उससे बचा जा सके.

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