Lockdown: AIIMS के डॉक्टर घर बैठे देंगे उपचार, सोमवार से लें ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट
By एसके गुप्ता | Updated: April 18, 2020 22:54 IST2020-04-18T22:54:45+5:302020-04-18T22:54:45+5:30
एम्स निदेशक डा. रणदीप गुलेरिया ने लोकमत से विशेष बातचीत में कहा कि कोविड-19 के दौरान अन्य रोग के मरीजों को भी उपचार मिलता रहे और वह संक्रमण से बचे रहें, इस दिशा में सोमवार से एम्स टेलीमेडिसन सेवाएं शुरू करने जा रहा है।

एम्स निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया।
लॉकडाउन के दौरान राहत की बड़ी खबर यह है कि दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में सोमवार से रोगियों के लिए ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट लेने की प्रक्रिया शुरू हो रही है। कोविड-19 महामारी के चलते एम्स में करीब एक महीने पहले ही अन्य रोगियों के लिए स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से बंद कर दी गई थीं। केवल इमरजेंसी सेवा ही यहां शुरू हैं।
एम्स निदेशक डा. रणदीप गुलेरिया ने लोकमत से विशेष बातचीत में कहा कि कोविड-19 के दौरान अन्य रोग के मरीजों को भी उपचार मिलता रहे और वह संक्रमण से बचे रहें, इस दिशा में सोमवार से एम्स टेलीमेडिसन सेवाएं शुरू करने जा रहा है। इसमें डॉक्टर से अप्वाइंटमेंट लेने वाले रोगियों को चिकित्सक खुद फोन करके उनका हाल जानेंगे।
एम्स निदेशक डा. रणदीप गुलेरिया ने लोकमत से खास बातचीत में कहा कि ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट लेते समय रोगी अपना मोबाइल नंबर या फोन नंबर जरूर दें। जिससे चिकित्सकों को उनसे संपर्क करने में आसानी रहे।
उन्होंने कहा कि वह अभी नेफ्रोलॉजी विभाग से आकर बैठे हैं। जहां 900 रोगियों की कंसलटेंसी पेंडिंग हैं। ऐसे ही एंडोक्रोनोलॉजी, डायलसिस, पीडियाट्रिक, कैंसर, कार्डियोलॉजी और आईसेंटर में फोलोअप रोगियों की बड़ी संख्या है। जिन्हें हम ज्यादा इंतजार नहीं करा सकते।
एम्स के चिकित्सक अपने रोगियों को लेकर चिंतत हैं। इसलिए सोमवार से उन्होंने ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट देकर उन्हें संक्रमण से बचाने के लिए टेलीफोन पर टेलीमेडिसन योजना के तहत कंसलटेंसी देना सुनिश्चित किया है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि नए मरीज भी ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट ले सकेंगे।
डा. गुलेरिया ने कहा कि लॉकडाउन खुलने को लेकर अस्पताल में रोगियों के उपचार को लेकर तैयारी की जा रही है। जिसमें सभी चिकित्सकों के ड्यूटी घंटे बढ़ाने के साथ-साथ उनकी छुटिटयां रद्द करना शामिल है। जिससे उपचार के लिए आने वाले अधिक से अधिक रोगियों को चिकित्सक देख सकें। ज्यादा संख्या में सर्जरी हो सकें।
अभी चिकित्सक सुबह 8 से शाम पांच बजे तक मरीजों को देखते और सर्जरी करते हैं। लॉकडाउन खुलने पर यह समय रात 9 से 10 बजे तक बढ़ाया जाएगा। जिससे अस्पताल में चिकित्सकों के कार्य घंटों में करीब 4 से 5 घंटे की बढ़ोत्तरी हो जाएगी।