श्रीनगर, पांच अप्रैल उदारवादी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने रमज़ान से पहले अपने प्रमुख मीरवाइज़ उमर फारूक और अन्य ‘राजनीतिक कैदियों’ को रिहा करने की सोमवार को मांग की। वह 20 महीने से नज़रबंद हैं।
हुर्रियत के एक प्रवक्ता ने बताया कि मीरवाइज़ को चार अगस्त 2019 को नज़रबंद कर दिया गया था। इसके अगले दिन भूतपूर्व राज्य जम्मू कश्मीर के विशेष राज्य के दर्जे को केंद्र सरकार ने समाप्त कर दिया था।
उन्होंने कहा कि हुर्रियत लगातार अपने प्रमुख की रिहाई की मांग कर रही है, ‘जिन्हें मनमाने ढंग से’ यहां शहर के निगीन इलाके में स्थित उनके घर में हिरासत में रखा गया है।
प्रवक्ता ने कहा कि रमज़ान का महीना करीब आ रहा है, और हुर्रियत एक बार “फिर अधिकारियों से कहती है कि मीरवाइज़ और सभी अन्य राजनीति कैदी रिहा किए जाएं।
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