Leap Year Day 2020: काफी दिलचस्प है 29 फरवरी का दिन, जानिए 4 साल में एक बार क्यों आता है
By ज्ञानेश चौहान | Updated: February 29, 2020 13:01 IST2020-02-28T18:21:45+5:302020-02-29T13:01:12+5:30
हम जो कैलेंडर यूज करते हैं वो रोमन कैलेंडर पर आधारित है। पुराने रोमन कैलेंडर में एक साल में सिर्फ 10 महीने हुआ करते थे जिसमें 304 दिन शामिल थे। लेकिन बाद में इसमें दो और महीने जोड़ दिए गए जिनका नाम जनवरी और फरवरी रखा गया। ऐसा करने से पूरा साल 12 महीने का हो गया।

Leap Year Day 2020: काफी दिलचस्प है 29 फरवरी का दिन, जानिए 4 साल में एक बार क्यों आता है
Leap Year 2020: क्या आप जानते हैं कि फरवरी का महीना 28 या 29 दिन का ही क्यों होता है? इस साल फरवरी का महीना 29 दिनों का क्यों है? इन सारे सवालों के जबाव आपको इस आर्टिकल में मिलेंगे। दरअसल, फरवरी में 28 या 29 दिनों के पीछे रोमन किंग न्यूमा पोम्पीलियस का हाथ है।
रोमन कैलेंडर से कनेक्शन
हम जो कैलेंडर यूज करते हैं वो रोमन कैलेंडर पर आधारित है। पुराने रोमन कैलेंडर में एक साल में सिर्फ 10 महीने हुआ करते थे जिसमें 304 दिन शामिल थे। लेकिन बाद में इसमें दो और महीने जोड़ दिए गए जिनका नाम जनवरी और फरवरी रखा गया। ऐसा करने से पूरा साल 12 महीने का हो गया।
ऐसे आता है लीप ईयर
पृथ्वी सूर्य की एक परिक्रमा 365 दिन और 6 घंटे में पूरी करती है। इस तरह हर 4 वर्ष में एक दिन बढ़ जाता है। जो 4 वर्ष के बाद पड़ने वाले वर्ष में जुड़ जाता है। इस तरह हर 4 वर्ष पर लीप वर्ष मनाया जाता है। आमतौर पर एक वर्ष में 365 दिन होते हैं, लेकिन एक लीप ईयर में 366 दिन होते हैं।
प्रभु यीशु से कनेक्शन
ऐसा माना जाता है कि प्रभु यीशु के जन्म वर्ष के चार वर्ष बाद पहला लीप वर्ष पड़ा था। उस समय से हर चार वर्ष बाद लीप वर्ष पड़ता है। हर चार वर्ष पर लीप वर्ष मनाया जाता है। अगला लीप वर्ष 2024 में मनाया जाएगा।
खगोलीय इतिहास दिलचस्प
29 फरवरी का खगोलीय इतिहास दिलचस्प है, लेकिन इस दिन जन्म लेने वालों को हर साल जन्मदिन न मना पाने का मलाल सालता रहता है। उनकी उम्र तो हर साल बढ़ती जाती है, लेकिन जन्मदिन तो वह हर चार साल में एक ही बार मना पाते हें।