बिहार में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बताया महाठग
By एस पी सिन्हा | Updated: December 31, 2022 15:20 IST2022-12-31T15:16:40+5:302022-12-31T15:20:08+5:30
नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री इतने वर्षों से मांझी जी को समझाते-समझाते मुख्यमंत्री बनाये, फिर गर्दन पर हाथ रखकर बाहर कर दिए। वह समझाते नहीं हैं, वे बड़े ठग हैं।

बिहार में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बताया महाठग
पटना:बिहार में नीतीश सरकार के द्वारा शराबबंदी कानून लागू किए जाने के बावजूद हर जगह शराब मिल रही है। इसके साथ ही जहरीली शराब से लोगों की मौत भी हो रही है। ऐसे में शराबबंदी कानून के मुद्दे पर विपक्ष लगातार हमलावर है। शराबबंदी कानून पर न सिर्फ विपक्ष बल्कि सत्ता पक्ष की तरफ से भी नीतीश कुमार पर सवाल खड़े किये जा रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से गुजरात मॉडल लागू करने की मांग के बाद सियासत तेज हो गई है। इसके बाद भाजपा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को महाठग कहा है। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री इतने वर्षों से मांझी जी को समझाते-समझाते मुख्यमंत्री बनाये, फिर गर्दन पर हाथ रखकर बाहर कर दिए। वह समझाते नहीं हैं, वे बड़े ठग हैं। लोगों को ठगते हैं। वे समस्या का समाधान नहीं करते हैं।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अपने अहंकार को छोड़ दें, सारे समस्या का समाधान हो जाएगा। उन्हें व्यवहारिकता को स्वीकारना चाहिए। विजय सिन्हा ने कहा कि मैं तो हमेशा नशाबंदी के पक्ष में रहा हूं। सदन के अंदर पहले भी विपक्ष में थे और आज भी हूं। नशाबंदी हो लेकिन नशाबंदी के नाम पर गरीबों को प्रताड़ित नही किया जाए।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का तंत्र फेल है। अगर जेल भेजना हो तो शराबबंदी के नाम पर जो कमाई कर रहा है उसे जेल भेजिए। शराबबंदी के नाम पर नई कमाई का रास्ता क्यों बना रहे हैं? गरीबों को जेल भेजने का काम महापाप है। सरकार को यह सोचना चाहिए की उनकी पुलिस महकमा क्या रही है? यह तो उनकी नाकामी है। हमारा कहना यह है कि पूर्ण नशाबंदी के लिए अपने आप को सजग करना होता है, नियत साफ़ रखना होता है। लेकिन, आप तो अवैध शराब का कोरोबार करने वाले को अपना प्रत्याशी बनाते हैं। जो गरीब परिवार के लोग गलती से शराब पी लेते हैं तो उन्हें जेल भेज दिया जाता है। अब यह साफ है कि मुख्यमंत्री का नियत साफ नहीं है, इसी कारण यह गड़बड़ हो रहा है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि नीतीश कुमार के साथ शामिल लोग ही यह मान रहे हैं कि शराबबंदी फेल हैं, तो फिर झूठा नाटक क्यों कर रहे हैं? आज वाइट जहर राज्य के समूचा नौजवानों के बीच जा रहा है। लेकिन इनको तो शराबबंदी के नाम पर अपराधियों का एक गिरोह खड़ा करना है।
उन्होंने नियुक्ति पत्र मामले को लेकर कहा कि यह एक छलावा है। यह सरकारी नौकरी जन हमलोग साथ थे तभी निकली थी। ये लोग सभी का नियुक्ति पत्र रोक कर रखे थे और आज यह बांट रहे हैं। इसके मन में हमेशा से छल रहा है। लेकिन, हमलोग भी जल्दी ही इनका सारा पोल खोलेंगे और बताएँगे ये लोग किस तरह बिहार कि जनता को ठग रहे हैं।