पटना: बिहार में नई सरकार के गठन के बाद आज पहली बार शिक्षक अभ्यर्थियों ने जमकर प्रदर्शन किया। राज्य से सभी जिलों से आए करीब 5 हजार से ज्यादा शिक्षक अभ्यर्थियों ने पटना में नीतीश कुमार की सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हैं। पटना की सड़क पर उतरे शिक्षक अभ्यर्थी सातवें चरण की नियोजन प्रक्रिया के दौरान खुद को दूर रखे जाने से नाराज हैं। इस दौरान सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे शिक्षक अभ्यर्थियों के ऊपर पुलिस ने लाठीचार्ज किया।
वहीं, शिक्षक अभ्यर्थियों के प्रदर्शन के दौरान मजिस्ट्रेट के तौर पर तैनात पटना के एडीएम के के सिंह की गुंडागर्दी भी सामने आई। एक प्रदर्शनकारी अभ्यर्थी के हाथ में तिरंगा होने के बावजूद केके सिंह ने हाथ में डंडा लेकर उस पर लाठी बरसाई। सीधे-सीधे तिरंगे को निशाना बनाकर अभ्यर्थी के हाथ पर केके सिंह हमला करते रहे।
उन्होंने लगातार दर्जनों बार तिरंगे पर लाठी से प्रहार किया। तिरंगे का अपमान वहां खड़े पुलिस और प्रशासन के दूसरे लोग भी देख रहे थे। हालांकि बाद में एक पुलिस कर्मी ने तिरंगे को प्रदर्शनकारी से छीन लेते हैं। तिरंगे के ऊपर लाठी बरसाने वाले एडीएम केके सिंह इस दौरान मीडिया से भी उलझ गए।
मीडिया ने तिरंगे के अपमान को लेकर जब केके सिंह से सवाल पूछना शुरू किया तो एडीएम वहां से निकल भागे। हालांकि, सरकार ने इस घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि दोषी अधिकारी पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने इस मामले पर त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
अभ्यर्थीयों का आरोप है कि तीन साल से इन्हें बहाली के लिए सिर्फ आश्वासन दे रही है। पिछले 22 दिनों से शिक्षक नियोजन के लिए उनका आन्दोलन चल रहा है। शिक्षक अभ्यर्थियों की मांग है कि सातवें चरण की नियोजन प्रक्रिया से जो अभ्यर्थी वंचित रह गए हैं उन्हें शामिल किया जाए। अभ्यर्थियों ने इस मामले में शिक्षा मंत्री से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
उनका कहना है कि बिहार के नए शिक्षा मंत्री को हमारी सुध लेनी चाहिए। उनका कहना है पिछली सरकार के शिक्षा मंत्री ने उन्हें आश्वसान का झुनझुना थमा दिया। राज्य में करीब 3 लाख टीईटी पास अभ्यर्थी बेरोजगार हैं और सरकार छठे राउंड के बाद नियोजन नहीं निकाल रही है।
इस बार वे लिखित घोषणा के बगैर वापस नहीं जाएंगे। उनकी मांग है कि नई सरकार के शिक्षा मंत्री अविलंब विज्ञप्ति जारी कर शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया शुरू कराएं। वहीं बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने अभ्यर्थियों से अपील करते हुए कहा है कि नई सरकार पर भरोसा करें और कुछ समय दें। सभी नियोजन प्रक्रिया पूरी होगी।
भाजपा ने इस मुद्दे को लेकर नीतीश सरकार पर निशाना साधा। बीजेपी ने ट्विटर पर लिखा, ये सरकार अंधी है क्या, जो तिरंगे पर लाठी हांकती है। ये सरकार बहरी है क्या, कारतूस दागने वाले को कलम का रहनुमा बना दिया। इन्हें कुर्सी पर बैठे रहने की बीमारी है, पकड़कर बिठा दो, बैसाखियों के बल चलती है, लंगड़ी है। एक के लिए शौक है, एक के लिए मौज है और जनता के लिए मजबूरी है।