जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में आतंकी हमले में मारे गए एसपीओ को दी गई अंतिम विदाई, लॉकडाउन के कारण सिर्फ करीबी रिश्तेदार ही हुए शामिल
By भाषा | Updated: April 14, 2020 18:43 IST2020-04-14T18:43:03+5:302020-04-14T18:43:03+5:30
कोरोना वायरस को रोकने के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन के कारण एसपीओ पासिद इकबाल अंतिम विदाई में कुछ करीबी रिश्तेदार ही शामिल हुए।

पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों समेत अन्य ने इकबाल को श्रद्धांजलि अर्पित की। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
जम्मू। जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में सोमवार को संदिग्ध आतंकवादियों के हमले में मारे गए एक विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) को मंगलवार को उनके गांव में दफनाया गया। दक्षिण प्रखंड के ऊंचाई पर स्थित तांडर गांव में सोमवार दोपहर 1.30 बजे एसपीओ पासिद इकबाल अपने साथी एसपीओ विक्रम सिंह के साथ गश्त कर रहे थे। इसी दौरान संदिग्ध आतंकवादियों ने कुल्हाड़ियों से हमला किया था। हमले में इकबाल की मौत हो गई जबकि गंभीर रूप से घायल विक्रम का यहां के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।
कोरोना वायरस की रोकथाम के तहत लागू लॉकडाउन के कारण कुछ करीबी रिश्तेदार ही इकबाल की अंतिम विदाई में शामिल हुए। अधिकारियों ने कहा कि इकबाल को पलमार गांव के कब्रिस्तान में दफनाए जाने से पहले जिला पुलिस लाइन में प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों समेत अन्य ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
उन्होंने बताया कि पुलिस लाइन से पार्थिव शरीर को पूरे सम्मान के साथ उनके गांव ले जाया गया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इकबाल के हत्यारों को पकड़ने के लिए व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस ने दो हमलावरों की पहचान की है, जिनमें आशिक हुसैन और बशारत हुसैन शामिल हैं। दोनों स्थानीय निवासी हैं और आंतकी संगठन से जुड़े बताए गए हैं। बलात्कार का आरोपी आशिक अभी 20 दिन पहले ही जमानत पर जेल से छूटकर आया है।