Independence Day : सुरक्षा एजेंसियों को किया गया अलर्ट, पाकिस्तान से आतंकी हमले की हो रही है साजिश
By दीप्ती कुमारी | Updated: August 12, 2021 14:29 IST2021-08-12T14:20:59+5:302021-08-12T14:29:17+5:30
भारत आने वाले 15 अगस्त को अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मानने जा रहा है लेकिन कुछ आतंकी संगठन इस दिन को बर्बाद करने की साजिश में लगे हुए हैं । सूत्रों के अनुसार सीमा पार से आतंकी हमले की साजिश रच रहे हैं ।

फोटो सोर्स - सोशल मीडिया
दिल्ली : स्वतंत्रता दिवस आने वाला है । साथ ही आतंकवादियों की नापाक मंसूबे भी बढ़ने लगते हैं । भारत को नुकसान पहुंचाने के लिए आंतकवादी लगातार कोशिश कर रहे हैं इसलिए सुरक्षा एंजेसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है । नए खुफिया इनपुट से पता चला है कि पाकिस्तान स्थित आंतकी संगठनों ने सुरक्षा प्रतिष्ठानों, अग्रिम चौकियों को निशाना बनाने के लिए विस्तृत योजना बनाई है और साथ ही देस में हथियार और गोला-बारूद भेज रहे हैं ।
कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ साझा किए खुफिया इनपुट में कहा गया कि लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद सहित कई आतंकवादी संगठन 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के आसपास बड़ी आतंकी हमले की साजिश रच रहे हैं । कश्मीर से लेकर दिल्ली तक सुरक्षा एजेंसियों को आतंकी खतरों की आशंका में पिछले हफ्ते से हाई अलर्ट पर रखा गया है ।
खुफिया इनपुट में कहा गया कि हथियारों और गोला बारूद सहित आतंकवादियों को भारतीय क्षेत्र में घुसाने की कोशिश की जा सकती है । प्रमुख प्रतिष्ठानों,सुरक्षा प्रतिष्ठानों,अग्रिम चौकी और रक्षा बलों को निशाने पर लिया गया है । सूत्रों ने चेतावनी दी है कि हमले के लिए आतंकवादी झूठी आईडी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
इंडिया टुडे की खबर के अनुसार आतंकवादियों ने 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर हमले की योजना बना रहे हैं । इसके लिए तरह तरह के हथियार,गोला बारूद जैसी सामग्रियों को भारत भेजने की कोशिश की जा रही है जिसका उपयोग सार्वजनिक स्थानों पर विस्फोट के लिए किया जा सकता है ।
इसके अलावा आतंकवादी दो तीन किलोग्राम आरडीएक्स के साथ इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस स्प्रिंग और टॉगल स्विच आधारित प्रेशर मेकैनिज्म या एक प्रिंटेड सर्किट द्वारा भी नुकसान पहुंचा सकते हैं । खतरे को देखते हुए जीआरपी,थाने पुलिस अर्धसैनिक बल और राज्य की खुफिया अधिकारियों को संदिग्ध वस्तु से निपटने के दौरान सतर्क रहने को कहा गया । उन्हें मेटल डिटेक्टरों के उपयोग की भी सलाह दी गई है ।