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Lalu Yadav Birthday: 78वां जन्मदिन, 78 किलो का लड्डू, राजद प्रमुख ने तलवार से काटा केक, देखिए वीडियो

By एस पी सिन्हा | Updated: June 11, 2025 16:52 IST

Lalu Yadav Birthday: वरिष्ठ नेताओं, सांसदों, विधायकों, कार्यकर्ताओं और आम समर्थकों ने लालू यादव को जन्मदिन की बधाई दी है।

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ठळक मुद्दे78 पाउंड का केक और 78 किलो का लड्डू काटा गया।पटना में राबड़ी देवी के आवास पर 78 पौंड का केक काटा गया। राजद सामाजिक न्याय और सद्भावना दिवस के रूप में मनाया।

पटनाः राजद प्रमुख एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने बुधवार को अपना 78वां जन्मदिन मनाया। उन्होंने मंगलवार की रात 12 बजे ही केक काटकर अपना जन्मदिन सेलिब्रेट किया। राबड़ी देवी ने केक खिलाकर लालू यादव को बधाई दी। लालू यादव के 78वें जन्मदिन के मौके पर राजद इसे सामाजिक न्याय और सद्भावना दिवस के रूप में मनाया। पटना में राबड़ी देवी के आवास पर 78 पौंड का केक काटा गया। राबड़ी आवास पर समर्थकों का हुजूम उमड़ पड़ा, ढोल-नगाड़े बजे, 78 पाउंड का केक और 78 किलो का लड्डू काटा गया। सुबह से ही उनके पटना स्थित आवास पर शुभकामनाएं देने वालों का तांता लगा रहा। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, सांसदों, विधायकों, कार्यकर्ताओं और आम समर्थकों ने लालू यादव को जन्मदिन की बधाई दी है।

 

लालू यादव के जन्मदिन के अवसर पर राजद कार्यकर्ता पारंपरिक अंदाज़ में ढोल-नगाड़ों, ताशों और मिठाइयों के साथ लालू आवास पहुंचे। कई कार्यकर्ता ट्रॉली पर मिठाई, खाजा, रसगुल्ले और लड्डू लेकर आए। बताया जा रहा है कि एक विशेष रूप से तैयार किया गया 78 किलो का लड्डू लेकर भी पहुंचे। उन्होंने लालू यादव के हाथ में तलवार थमाई और उस तलवार से ही लड्डू कटवाकर जश्न मनाया।

जश्न के दौरान नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जमकर डांस किया। कुछ कार्यकर्ता "लालू स्टाइल बैठक डांस" करते दिखे, तो कुछ ने हाथ में तलवार लेकर परंपरागत तरीके से नृत्य कर रहे थे। इस दौरान हजारों रुपये हवा में उड़ाते हुए वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जो पार्टी के कार्यकर्ताओं की भक्ति और जोश को दर्शाते हैं।

लालू प्रसाद का जन्मदिन आज सामाजिक सद्भावना दिवस के रूप में मनाया गया। इस मौके पर न केवल परिवारजन बल्कि देशभर के राजनीतिक चेहरों की शुभकामनाएं भी पहुंचीं। राहुल गांधी ने न केवल जन्मदिन की बधाई दी, बल्कि लालू यादव के संघर्षों, सामाजिक न्याय के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और दोनों के ‘राजनीति से परे मानवीय जुड़ाव’ को भी रेखांकित किया।

उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट कर लिखा ‘बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव जी को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं। हमारे बीच का रिश्ता सिर्फ राजनीति तक सीमित नहीं रहा यह एक गहरा मानवीय जुड़ाव रहा है, जो समान मूल्यों और सामाजिक न्याय के संघर्ष पर आधारित है।

आपका जीवन संघर्षों से भरा रहा है, लेकिन आपने हमेशा मजबूती और हौसले के साथ उन लोगों की आवाज़ उठाई है, जिन्हें अक्सर अनसुना कर दिया जाता है। आज आपके जन्मदिन पर मैं आपके अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना करता हूं। इस बार 11 जून को मनाया जा रहा लालू का जन्मदिन सिर्फ केक काटने और बधाइयों तक सीमित नहीं रहा।

बल्कि यह राजद के लिए 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कार्यकर्ताओं को संगठित करने और राजनीतिक संदेश देने का एक महत्वपूर्ण मंच बनेगा। भले ही लालू प्रसाद यादव स्वास्थ्य कारणों से अधिक सक्रिय न हो पा रहे हों, उनकी पार्टी ने उनके संदेशों को सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से जनता तक पहुंचाने की विशेष योजना बनाई है।

पार्टी का मानना है कि यह कार्यकर्ताओं में नया उत्साह भरने और उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव के लिए तैयार करने का सही मौका है। इस खास अवसर पर ‘लालू संदेश’ को व्यापक स्तर पर प्रसारित किया जा रहा है, जिसमें उनके पुराने भाषणों और नए बयानों का इस्तेमाल हो रहा है। पार्टी के सोशल मीडिया हैंडल्स पर विशेष अभियान चलाए जाएंगे, ताकि उनके विचार और राजनीतिक दर्शन घर-घर तक पहुंच सके।

यह रणनीति लालू की राजनीतिक विरासत को भुनाने और उनके जमीनी जुड़ाव को फिर से मजबूत करने की कोशिश है। इस साल लालू के जन्मदिन को लेकर एक और महत्वपूर्ण मांग उठ रही है कि उन्हें ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया जाए। राजद और उसके समर्थक इस मांग को लेकर सियासत तेज कर रहे हैं।

उनका तर्क है कि लालू यादव ने सामाजिक न्याय और गरीबों के उत्थान के लिए जो काम किए हैं, वह उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान का हकदार बनाता है। यह मांग न केवल लालू के कद को बढ़ाएगी, बल्कि राजद को सामाजिक न्याय के मुद्दे पर अपनी प्रतिबद्धता दोहराने का भी अवसर देगी, जो उनके पारंपरिक वोट बैंक के लिए महत्वपूर्ण है।

उल्लेखनीय है कि लालू यादव अपने जीवन के शुरुआत में सिपाही बनना चाहते थे। लेकिन कभी एक साधारण सिपाही बनने का का सपना देखने वाला व्यक्ति आज देश का इतना बड़ा व्यक्तित्व है जिनके इर्द-गिर्द सत्ता के समीकरण के गणित बनते और बिगड़ते हैं। गोपालगंज के फुलवरिया से शुरू हुआ सफर- लालू प्रसाद यादव वर्तमान में राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।

वह बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और भारत के रेल मंत्री रह चुके हैं। लालू प्रसाद यादव का जन्म 11 जून 1948 को बिहार के गोपालगंज जिले के फुलवरिया गांव में एक साधारण यादव परिवार में हुआ था। उनके पिता कुंदन राय के पास मुश्किल से एक बीघा जमीन थी और परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर थी।

लालू के बड़े भाई मंगरू राय ने मीडिया से बात करते हुए एक बार बताया था कि, गांव में उनकी झोपड़ी मिट्टी और घास-फूस से बनी थी। घर में खाने को भरपेट भोजन और पहनने को ढंग के कपड़े तक नहीं होते थे। ऐसे में लालू और उनके भाई-बहन मवेशी चराने और खेतों में काम करने में दिन बिताते थे। लेकिन, लालू यादव में बचपन से ही उन्हें सिपाही के रूप में बहाल होने की जीद थी।

टॅग्स :लालू प्रसाद यादवतेज प्रताप यादवतेजस्वी यादवबिहारपटनाराबड़ी देवी
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