लखीमपुर खीरी हिंसाः कांग्रेस ने कहा-अजय मिश्र टेनी का घर कब बुलडोजर से गिराया जायेगा मुख्यमंत्री जी?
By शीलेष शर्मा | Updated: October 4, 2021 18:18 IST2021-10-04T18:16:39+5:302021-10-04T18:18:40+5:30
Lakhimpur Kheri Violence Updates: कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में हुई हिंसा में चार किसानों की मौत की घटना को लेकर सोमवार को भाजपा पर निशाना साधा और मांग की कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करने के साथ उनके पुत्र को गिरफ्तार किया जाए।

लखीमपुर खीरी के तिकोनिया क्षेत्र में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हुई है।
नई दिल्लीः लखीमपुर खीरी में मारे गये किसानों के मुद्दे पर समूचा विपक्ष केंद्र की मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को घेरने में जुट गया है। कांग्रेस ने कड़ा कदम उठाते हुये पूरे प्रदेश में किसानों को साथ लेकर योगी सरकार के विरोध की योजना भी बना डाली है।
पूरे मामले में लिप्त गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा को मोदी मंत्रिमंडल से बर्खास्त करे तथा उनके और उनके बेटे के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज़ किया जाये। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने ट्वीट कर योगी सरकार से सवाल पूछे। अजय मिश्र टेनी का घर कब बुलडोजर से गिराया जायेगा?अजय मिश्र टेनी से वसूली के पोस्टर चौक-चौराहों पर कब लगेंगे? उप्र जानना चाहता है मुख्यमंत्री जी।
• अजय मिश्र टेनी का घर कब बुलडोजर से गिराया जायेगा?
— Ajay Kumar Lallu (@AjayLalluINC) October 4, 2021
• अजय मिश्र टेनी से वसूली के पोस्टर चौक - चौराहों पर कब लगेंगे?
उप्र जानना चाहता है मुख्यमंत्री जी। @myogiadityanath
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बातचीत में दावा किया, ‘‘लखीमपुर की घटना से तय है कि भाजपा को किसान बिल्कुल पसंद नहीं हैं। वह किसानों को कुचल देना चाहती है। यह सरकार का तानाशाही वाला रुख है।’’ बघेल ने उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर कटाक्ष किया, ‘‘‘मैंने लखनऊ जाना चाहा तो मुझे वहां उतरने की अनुमति नहीं दी गई।
विभिन्न दलों के नेताओं को नजरबंद कर दिया गया या फिर गिरफ्तार कर लिया गया। क्या उत्तर प्रदेश में आम नागरिक के अधिकार छीन लिए गए हैं? क्या उत्तर प्रदेश में जाने के लिए पासपोर्ट और वीजा की जरूरत है?’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह साधारण घटना नहीं, बल्कि सीधे-सीधे हत्या है। सबसे पहले गृह राज्य मंत्री को बर्खास्त किया जाए। एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए।’’
योगी और मोदी की तुलना जनरल डायर से की तथा आरोप लगाया कि भाजपा सरकार लोकतंत्र ,संविधान और मानव मूल्यों को नष्ट करने पर उतारू हो चुकी है। हाथरस की घटना के बाद अब राज्य सरकार की जाँच पर भरोसा नहीं रह गया है। सरकार जाँच के नाम पर मिश्रा और उनके बेटे को बचाने में लगी है।
अतः पूरे मामले की जाँच सर्वोच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायधीश की अध्यक्षता में हो साथ ही मृतक किसानों के परिवारों को एक -एक करोड़ का मुआब्जा दिया जाये। सीताराम येचुरी ,अखिलेश यादव ,मायावती सहित समूचा विपक्ष योगी -मोदी सरकार को घेरने में जुट गया है क्योंकि कुछ ही महीनों बाद राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं ,नतीजा कोई दल इस मुद्दे को छोड़ने को तैयार नहीं है।
उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी सबसे पहले लखीमपुर खीरी रवाना हुयीं लेकिन पुलिस ने बल पूर्वक उनको सीतापुर में ही हिरासत में ले लिया बाबजूद इसके प्रियंका लखीमपुर खीरी जाने पर अड़ गयी हैं और हिरासत की जगह ही अनशन पर बैठ गयीं हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ,प्रमोद तिवारी को सुबह ही घर में नज़रबंद कर दिया गया है।
प्रियंका ने ट्वीट किया, ‘‘भाजपा सरकार किसानों को कुचलने की राजनीति कर रही है, किसानों को खत्म करने की राजनीति कर रही है।’’ प्रियंका को हिरासत में लिए जाने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘प्रियंका, मैं जानता हूं कि तुम पीछे नहीं हटोगी- तुम्हारी हिम्मत से वे डर गए हैं। न्याय की इस अहिंसक लड़ाई में हम देश के अन्नदाता को जिता कर रहेंगे।’’
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने उत्तर प्रदेश में जंगलराज होने का आरोप लगाया और कहा कि इतनी बड़ी घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की ओर से कोई टिप्पणी नहीं आना ‘शर्मनाक’ है। पार्टी के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘प्रियंका जी को गैरकानूनी ढंग से हिरासत में लिया गया है।
जिन पुलिस वालों ने उनके साथ बदसलूकी की है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारी मांग है कि प्रियंका गांधी जी को रिहा किया जाए और उन्हें किसानों के परिवारों से मिलने के लिए लखीमपुर खीरी जाने दिया जाए। मारे गए किसानों के परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाए। गृह राज्य मंत्री को तत्काल बर्खास्त किया जाए और उनके पुत्र को गिरफ्तार किया जाए।’’