सीतापुरः राहुल गांधी बुधवार शाम सीतापुर पहुंचे और बहन प्रियंका गांधी से मुलाकात की, जो दो दिनों से नजरबंद हैं। भाजपा द्वारा किसानों की नृशंस हत्याओं के खिलाफ पंजाब कांग्रेस कल दोपहर 12 बजे मोहाली, पंजाब से लखीमपुर खीरी, यूपी तक मार्च की शुरुआत करेगी। विरोध मार्च का नेतृत्व नवजोत सिंह सिद्धू करेंगे।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी बुधवार को लखनऊ से सीतापुर स्थित पीएसी की दूसरी बटालियन पहुंचे। पार्टी नेता और उनकी बहन प्रियंका गांधी को इसी परिसर में हिरासत में रखा गया है। कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने बताया कि इससे पहले लखनऊ हवाईअड्डे से राहुल गांधी अपने वाहन से लखीमपुर खीरी रवाना हुए।
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के प्रवक्ता अशोक सिंह ने बताया, ‘‘राहुल गांधी पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ लखनऊ हवाईअड्डे से लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हुए हैं।’’ राहुल गांधी चन्नी और बघेल के साथ दिल्ली से लखनऊ पहुंचे थे।
उत्तर प्रदेश सरकार ने बुधवार को कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाद्रा और तीन अन्य को लखीमपुर जाने की अनुमति दे दी। इससे पहले दिन में, राज्य सरकार ने राहुल गांधी को यात्रा की अनुमति देने से इनकार कर दिया था। आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा था कि किसी को भी हिंसा प्रभावित जिले का माहौल खराब करने के लिए जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
इसके विरोध में राहुल गांधी कुछ देर तक लखनऊ हवाईअड्डे पर धरने पर भी बैठे थे। अतिरिक्त मुख्य सचिव (सूचना) नवनीत सहगल ने पीटीआई-भाषा को बताया था, ‘‘राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के पांच नेताओं को लखीमपुर जाने की इजाजत दी गई है।’’
लखीमपुर खीरी जाने के लिए लखनऊ हवाई अड्डे पर पहुंचे राहुल गांधी पहले इजाजत नहीं मिलने के विरोध में कुछ देर के लिए धरने पर बैठे, हालांकि बाद में मंजूरी मिलने के बाद कांग्रेस नेता अपने वाहन से लखीमपुर रवाना हो गए। राहुल पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ लखनऊ हवाई अड्डे पर पहुंचे।
इस दौरान अधिकारियों ने उनसे अपने वाहन का प्रयोग करने के स्थान पर दूसरे रास्ते से कथित तौर पर पुलिस की गाड़ी से जाने को कहा। इस पर नाराज राहुल हवाई अड्डा परिसर में ही धरने पर बैठ गए। हालांकि थोड़ी देर बाद वह हवाई अड्डे से निकलकर लखीमपुर खीरी रवाना हो गए।
राहुल ने धरने के दौरान संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमें अपनी गाड़ी में जाना है, लेकिन ये चाहते हैं कि हम इनके साथ उनकी गाड़ी में जाएं। मैं जानना चाहता हूं आप मुझे क्यों नहीं जाने दे रहे। पहले मुझे बोला गया कि आप अपनी गाड़ी में जा सकते हैं अब बोल रहे हैं कि नहीं, आप पुलिस की गाड़ी में जाएंगे। यह कुछ ना कुछ बदमाशी कर रहे हैं।’’
उन्होंने एक सवाल पर कहा, ‘‘चाहे मुझे जेल में डाल दिया जाए, चाहे प्रियंका को (जेल में) डाल दिया जाए, कोई मतलब नहीं है। सवाल यह है कि छह लोगों को अपराधियों ने कुचल कर मार दिया। जिन लोगों को जेल में होना चाहिए उन्हें जेल में नहीं डाला जा रहा है।
लेकिन हमें मृतक किसानों के परिवारों से मिलने से रोका जा रहा है।’’ लखीमपुर खीरी हिंसा के बाद पुलिस ने हेल्प हेल्पलाइन नंबर 9454403800 और email- id.spkhi-up@nic.in जारी किया है, पुलिस ने जनता से घटना संबंधी जानकारी यहां साझा करने की अपील की है।