मुंबई, आठ जुलाई रामसे ब्रदर्स की ज्यादातर डरावनी फिल्मों की पटकथा लिखने वाले प्रसिद्ध फिल्मकार कुमार रामसे का दिल का दौरा पड़ने से बृहस्पतिवार को निधन हो गया। वह 85 वर्ष के थे।
कुमार के सबसे बड़े बेटे गोपाल ने पीटीआई-भाषा को बताया कि उनके पिता ने यहां हीरानंदानी में अपने आवास पर अंतिम सांस ली। कुमार के परिवार में उनकी पत्नी शीला और तीन बेटे राज, गोपाल तथा सुनील हैं।
गोपाल ने कहा, “आज सुबह साढ़े पांच बजे दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। वह बहुत शांति से चले गए। अंतिम संस्कार दोपहर में किया जाएगा। हम पुजारी के आने का इंतजार कर रहे हैं।’’
कुमार फिल्म निर्माता एफ यू रामसे के बेटे और सात भाइयों में सबसे बड़े थे। रामसे भाइयों में कुमार, तुलसी, केशु, करण, श्याम, गंगू और अर्जुन शामिल थे जिनका डरावनी फिल्मों के निर्माण में बोलबाला था। वे 70 और 80 के दशक में कम बजट वाली कल्ट (वर्ग विशेष को पसंद आने वाली) फिल्में बनाते थे। फिल्म निर्माण का काम उनके बीच में बंटा था।
कुमार रामसे ब्रदर्स की ज्यादातर फिल्मों की पटकथा लिखने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते थे जिनमें “पुराना मंदिर” (1984), ‘‘साया” और ‘‘खोज’’ (1989) शामिल हैं। ‘‘साया में मुख्य भूमिका शत्रुघ्न सिन्हा ने निभाई थी और 1989 की सफल फिल्म “खोज” में अभिनेता ऋषि कपूर और नसीरुद्दीन शाह मुख्य भूमिकाओं में थे। उन्होंने 1979 में “और कौन?” तथा 1981 में “दहशत” जैसी फिल्मों का भी निर्माण किया था। कुमार ने 1978 की कल्ट हॉरर फिल्म “दरवाजा’’ की भी पटकथा लिखी थी।
कुमार के छोटे भाइयों तुलसी और श्याम का क्रमश: 2018 और 2019 में निधन हुआ था।
फिल्मों के संपादन और पोस्ट-प्रोडक्शन का काम देखने वाले अर्जुन का 2019 में निधन हो गया था।
ध्वनि संबंधी कार्यों को देखने वाले किरण का 2017 में जबकि निर्माण का काम देखने वाले केशू का 2010 में निधन हो गया था।
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