नयी दिल्ली, 20 सितंबर अपहरण और जबरन वसूली के मामलों में वांछित कुकी नेशनल फ्रंट के स्वयंभू कमांडर-इन-चीफ मंगखोलम किपगेन को दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने सोमवार यह जानकारी दी।
कुकी नेशनल फ्रंट (केएनएफ) पूर्वोत्तर का उग्रवादी समूह है। पुलिस उपायुक्त (विशेष प्रकोष्ठ) प्रमोद सिंह कुशवाह ने बताया कि मंगखोलम किपगेन उर्फ डेविड किपगेन (24) का मणिपुर में सशस्त्र उग्रवादियों का बड़ा नेटवर्क है और वह जबरन वसूली के लिए पूर्वोत्तर के राज्य में प्रमुख परियोजनाओं और अन्य प्रतिष्ठानों में शामिल एक निर्माण कंपनी के कर्मचारियों के अपहरण की योजना बना रहा था। उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने रविवार को द्वारका के सेक्टर-7 में किपगेन को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) ने बताया कि मणिपुर के विभिन्न थानों में किपगेन के खिलाफ अपहरण, गोलीबारी, रंगदारी, लूट समेत कई मामले दर्ज हैं। पुलिस के अनुसार 2018 में आरोपी मणिपुर में अपने गांव में केएनएफ कैडरों के संपर्क में आया और जबरन वसूली, डकैती और अन्य आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो गया।
पुलिस ने बताया कि जल्द ही किपगेन सुरक्षा बलों के हथियार छीनने, फिरौती के लिए अपहरण, जबरन वसूली और अन्य आपराधिक गतिविधियों में संलिप्तता के लिए कुख्यात हो गया और जून 2020 में उसने खुद को केएनएफ का स्वयंभू कमांडर-इन-चीफ घोषित कर दिया। डीसीपी ने कहा कि पिछले साल दिसंबर में किपगेन ने अपने सहयोगियों के साथ मणिपुर में कांगवई पुलिस चौकी के दो कर्मियों का कथित रूप से अपहरण कर लिया था और एक राइफल भी लूट ली थी। उन्होंने बताया, ‘‘किपगेन के साथियों को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था और लूटी गई राइफल भी बरामद कर ली गई थी, लेकिन आरोपी फरार था।’’
पुलिस ने कहा कि 13 सितंबर को केएनएफ ने ‘काला दिवस’ मनाते हुए मणिपुर में वाहनों की आवाजाही को प्रतिबंधित करने और सभी प्रशासनिक कार्यालयों तथा व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को बंद करने की घोषणा की थी। डीसीपी ने बताया कि मणिपुर पुलिस को किपगेन की गिरफ्तारी के बारे में सूचित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि आगे जांच जारी है।
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