कोविड-19 : भारत में 42,625 नए मामले और 562 लोगों की मौत
By भाषा | Updated: August 4, 2021 11:12 IST2021-08-04T11:12:05+5:302021-08-04T11:12:05+5:30

कोविड-19 : भारत में 42,625 नए मामले और 562 लोगों की मौत
नयी दिल्ली, चार अगस्त भारत में एक दिन में कोरोना वायरस से 42,625 लोगों के संक्रमित पाए जाने से महामारी के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3,17,69,132 हो गयी और उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 4,10,353 हो गयी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि 562 और लोगों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 4,25,757 पर पहुंच गयी। उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 4,10,353 हो गयी जो संक्रमण के कुल मामलों का 1.29 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले लोगों की राष्ट्रीय दर 97.37 प्रतिशत है।
सुबह आठ बजे तक अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 5,395 की वृद्धि हुई है। मंगलवार को कोविड-19 के लिए 18,47,518 नमूनों की जांच गयी और इसी के साथ अभी तक देश में जांच किए गए नमूनों की संख्या 47,31,42,307 हो गयी है।
मंत्रालय ने बताया कि दैनिक संक्रमण दर 2.31 प्रतिशत है जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 2.36 प्रतिशत है। इस बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 3,09,33,022 हो गयी है जबकि मृत्यु दर 1.34 प्रतिशत है। देश में अब तक कोविड-19 रोधी 48.52 करोड़ खुराक दी जा चुकी है।
देश में पिछले साल सात अगस्त में संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख के पार हो गए। देश में 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार, चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।
मंत्रालय ने बताया कि जिन 562 और लोगों ने जान गंवाई है उनमें से 177 लोगों की मौत महाराष्ट्र और 148 की केरल में हुई। इस महामारी से अब तक कुल 4,25,757 लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें से 1,33,215 लोगों की मौत महाराष्ट्र में, 36,650 की कर्नाटक में, 34,159 की तमिलनाडु, 25,058 की दिल्ली, 22,765 की उत्तर प्रदेश, 18,170 की पश्चिम बंगाल और 16,299 लोगों की मौत पंजाब में हुई।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।
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