कोवैक्सीन : भारत बायोटेक ने कहा- भारत की वैज्ञानिक क्षमता की दृष्टि से मील का पत्थर
By भाषा | Updated: January 3, 2021 15:59 IST2021-01-03T15:59:19+5:302021-01-03T15:59:19+5:30

कोवैक्सीन : भारत बायोटेक ने कहा- भारत की वैज्ञानिक क्षमता की दृष्टि से मील का पत्थर
हैदराबाद, तीन जनवरी कोविड-19 के टीके कोवैक्सीन को सीमित आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिलने पर खुशी जताते हुए भारत बायोटेक ने रविवार को कहा कि इसने कई वायरल प्रोटीन के ठोस रोग प्रतिरोधी प्रतिक्रिया के साथ शानदार सुरक्षा डाटा सृजित किया और उनका लक्ष्य पूरी दुनिया की आबादी तक इसकी पहुंच बनाना है, जिसे इसकी सबसे अधिक जरूरत है।
हैदराबाद स्थित दवा कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक कृष्णा इल्ला ने बयान जारी कर कहा कि आपातकालीन इस्तेमाल के लिए कोवैक्सीन को मंजूरी देना शोध के लिए बड़ी छलांग है।
इल्ला ने कहा कि यह देश के लिए गौरव का क्षण है और भारत की वैज्ञानिक क्षमता के लिए मील का पत्थर है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह टीका महामारी के दौरान चिकित्सीय जरूरतों को पूरा करता है और हमारा लक्ष्य दुनिया की आबादी तक इसकी पहुंच बनाना है, जिसे इसकी सर्वाधिक जरूरत है। कोवैक्सीन ने कई वायरल प्रोटीन के ठोस रोग प्रतिरोधी प्रतिक्रिया के साथ शानदार सुरक्षा डाटा सृजित किया।’’
भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने रविवार को कोविशील्ड और भारत बायोटेक के कोवैक्सीन को सीमित आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे दी।
कोवैक्सीन को देश में भारत बायोटेक, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद् और राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान के साथ मिलकर विकसित किया है।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।