कोलकाताः हिंदू परिवार ने महाष्टमी में किया मुस्लिम बच्ची का पूजन, पेश की सौहार्द की मिसाल
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 7, 2019 15:26 IST2019-10-07T15:26:49+5:302019-10-07T15:26:49+5:30
महाष्टमी के दिन कुमारी कन्याओं को दुर्गा का स्वरूप मानकर पूजने की सदियों पुरानी परंपरा है।

प्रतीकात्मक चित्र
कोलकाता के अर्जुनपुर जिले में एक दत्त परिवार ने सांप्रदायिक सौहार्द के लिए नई पहल की है। उन्होंने महाष्टमी के दिन चार साल की फातिमा की कुमारी के रूप में पूजा। दत्त परिवार 2013 से ही घर में कन्या पूजन करते हैं।
गौरतलब है कि महाष्टमी के दिन कुमारी कन्याओं को दुर्गा का स्वरूप मानकर पूजने की सदियों पुरानी परंपरा है। कहा जाता है कि सबसे पहले स्वामी विवेकानंद ने 1901 में महिलाओं की महत्ता दिखाने के लिए बेल्लूर मठ में कुमारी पूजन किया था।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक तमल दत्ता ने बताया कि वो 2013 से दुर्गा पुजा करते हैं। शुरुआत में ब्राह्मण कन्याओं की पूजा की थी लेकिन बाद के वर्षों में गैर-ब्राह्मण कन्याओं को चुना जिनमें दलित भी शामिल थी। इसबार उन्होंने मुस्लिम लड़की के पूजन के बारे में सोचा।
चार वर्षीय फातिमा के पिता ताहिर मोहम्मद की फतेहपुर सीकरी में परचून की दुकान है। कुमारी पूजन के आमंत्रण पर वो कोलकाता पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि मुझे गर्व महसूस हो रहा है। हिंदू मुसलमानों के बीच बढ़ते तनाव के बीच यह एक सकारात्मक कदम है। फातिमा की मां बुशरा बेगम का कहना है कि मैं हिंदु मुसलमान को नहीं मानती। सब इंसान हैं।
इससे उलट एक खबर कोलकाता की ही है। दुर्गा पूजा के पंडाल में कथित रूप से अजान बजने का मामला सामने आया है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद एक स्थानीय वकील ने आयोजकों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।