कोलकाता, नौ मार्च पूर्व और दक्षिण-पूर्व रेलवे के कार्यालयों वाली यहां स्थित जिस बहुमंजिला इमारत में सोमवार को भीषण आग लगी थी, उसमें पर्याप्त अग्नि सुरक्षा प्रणाली नहीं थी। पश्चिम बंगाल सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह दावा किया।
न्यू कोयलाघाट बिल्डिंग में आग लगने की वजह संभवत: 13 वीं मंजिल पर शार्ट सर्किट रही होगी। इस घटना में इमारत की 13 और 12 वीं मंजिल का पूरा हिस्सा और 11 वीं का कुछ हिस्सा क्षतिग्रसत हो गया।
राज्य अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने मंगलवार को पीटीआई-भाषा को बताया कि 13 वीं मंजिल पर अग्नि सुरक्षा प्रणाली बहुत ही साधारण तरह की थी और कुछ समय बाद इससे दमकल कर्मियों को कोई मदद नहीं मिल पाई।
उन्होंने कहा, ‘‘इमारत में अग्नि सुरक्षा की कोई पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी। जो व्यवस्था थी उसने शुरूआत में तो काम किया लेकिन बाद में वह पूरी तरह से ठप्प हो गई। हमे नीचे से पानी ले जाने की व्यवस्था करनी पड़ी। यदि वहां की प्रणाली काम की होती तो लोगों की जान बचाई जा सकती थी।’’
अधिकारी ने कहा, ‘‘कोई भी व्यक्ति इमारत की अग्नि सुरक्षा योजना दमकल कर्मियों को मुहैया नहीं कर सका। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘भीषण आग बुझाने के लिए हमें इमारत के नक्शे की जरूरत पड़ती है। सोमवार की घटना में जान गंवाने वाले रेलवे के एक अधिकारी ने हमें उस स्थान पर ले जाकर हमारी मदद करने की कोशिश की थी , जहां से आग शुरू हुई थी।’’
फोरेंसिक विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि शुरूआती जांच से यह पता चलता है कि आग शार्ट सर्किट के कारण लगी थी।
पुलिस ने घटना के सिलसिले में खुद से एक मामला दर्ज किया है। अग्निशमन विभाग ने भी जांच के लिए एक कमेटी गठित की है।
अधिकारियों ने बताया कि पूर्व रेलवे ने प्रधान मुख्य सुरक्षा अधिकारी जयदीप गुप्ता के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार रात घटनास्थल का दौरा किया और आरोप लगाया कि रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी वहां मौजूद नहीं थे।
पुलिस ने बताया कि घटना में चार दमकलकर्मी, तीन रेलवे कर्मी और कोलकाता पुलिस के एक सहायक उप निरीक्षक समेत नौ लोगों की मौत हो गयी।
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