नई दिल्लीः किसान आंदोलन के तेज़ी पकड़ने के साथ इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि सरकार ने तुरंत इस आंदोलन को समाप्त कराने की कोशिश नहीं की तो यह आंदोलन उन हाथों में पहुँच जायेगा जो देश की सुरक्षा के लिये गंभीर खतरा पैदा कर सकते हैं।
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज गृह मंत्री अमित शाह से हुई मुलाक़ात में खुफ़िया एजेंसियों की वह जानकारी साझा की, जिसमें साफ़ संकेत दिये गये हैं कि खालिस्तान समर्थकों का एक बड़ा वर्ग इस आंदोलन पर निगाह लगाये बैठा है और मौका पड़ते ही वह आंदोलनकारियों के बीच घुस कर अपने इरादों को अंजाम देने की कोशिश कर सकता है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गृह मंत्री से हुयी चर्चा का पूरा ब्यौरा तो नहीं दिया लेकिन इस बात की पुष्टि की कि उन्होंने गृह मंत्री को बता दिया है कि किसानों के आंदोलन को तुरंत खत्म कराने की ज़रूरत है ,क्योंकि लंबा आंदोलन देश की सुरक्षा के लिये गंभीर संकट खड़ा कर सकता है।
उन्होंने यह भी दोहराया कि इस आंदोलन के कारण पंजाब की आर्थिक हालत खराब हो रही है। कनाडा ,ब्रिटेन सहित दूसरे देशों से किसान आंदोलन को मिल रहे समर्थन को देखते हुये सरकार पहले से ही चौकन्नी है ,आंदोलनकारियों पर नज़र रखने के लिये ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है तथा आंदोलनकारियों के सभी ठिकानों पर ख़ुफ़िया एजेंसियों ने जाल बिछा रखा है ताकि किसी घटना की पूर्व जानकारी मिल सके।