केरल: देश में पहली बार महिला इमाम ने करवाई जुम्मे की नमाज, अब मिल रही धमकियां
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Updated: January 28, 2018 10:52 IST2018-01-28T10:46:43+5:302018-01-28T10:52:20+5:30
हर शुक्रवार को होने वाली जुम्मे की नमाज में भाग केवल पुरुष ही लेते हैं। सोसायटी के सूत्रों के मुताबिक महिलाओं समेत करीब 80 लोगों ने इस नमाज में हिस्सा इस तरह से पहली बार हिस्सा लिया है।

केरल: देश में पहली बार महिला इमाम ने करवाई जुम्मे की नमाज, अब मिल रही धमकियां
केरल के मलप्पुरम में शुक्रवार (26 जनवरी) को महिला इमाम जमीदा टीचर ने रुढ़वादिता की सोच को तोड़ा है। उन्होंने जुमे की नमाज अदा करायी। ये भारत के इतिहास में पहली घटना है कि हैकुरान सुन्नत सोसायटी की महासचिव जमीता ने इस तरह से मुस्लिम बहुल जिले में सोसायटी के कार्यालय में नमाज के दौरान इमाम की भूमिका निभायी है। महिलाओं को जुम्मे की नवाज अदा करने का हक नहीं है, लेकिन उन्होंने ये करवाके दिखाया है।
हर शुक्रवार को होने वाली जुम्मे की नमाज में भाग केवल पुरुष ही लेते हैं। सोसायटी के सूत्रों के मुताबिक महिलाओं समेत करीब 80 लोगों ने इस नमाज में हिस्सा इस तरह से पहली बार हिस्सा लिया है। जमीता का इस नवाज अदा पर कहना है कि पवित्र कुरान मर्द और औरत में कोई भेदभाव नहीं करता है तथा इस्लाम में महिलाओं के इमाम बनने पर कोई रोक नहीं है। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि वह पुरुषों की बनायी रुढ़ियों को तोड़ना चाहती हैं।
इस्लाम में कहीं नहीं लिखा है कि केवल पुरुष ही जुमें की नमाज अदा करवा सकते हैं। कुरान में किसी भी धार्मिक कृत्य या विश्वास को लेकर कोई लैंगिक भेदभाव नहीं है। वहीं, कुछ मुस्लिम वर्गों ने इसका विरोध भी किया है, उन्होंने इसे षड्यंत्र करार दिया है। जमीदा का कहना है कि नमाज अदा करने के बाद उन्हें काफी धमकियां मिल रही हैं, लेकिन वह अपने लक्ष्य से पीछे नहीं हटेंगी और कोशिश करूंगें कि केरल के दूसरे हिस्सों में भी इस तरह से नमाज़ अदा करवाया जाए।