तिरुवनंतपुरम, तीन नवंबर नामी निर्देशक हरिहरन को मलयालम सिनेमा में उनके शानदार योगदान के लिए जे सी डेनियल पुरस्कार मिला है। यह केरल सरकार का सर्वोच्च सम्मान है।
संस्कृति मंत्री ए के बालन ने एक विज्ञप्ति में कहा कि मलयालम में पहली मूक फिल्म बनाने वाले जे सी डेनियल के नाम पर हर साल यह पुरस्कार दिया जाता है। इसके तहत पांच लाख रुपये, एक प्रशस्ति पत्र दिए जाते हैं।
जाने माने लेखक एम टी वासुदेवन नायर की अध्यक्षता में एक विशेषज्ञ समिति ने पिछले पांच दशक में मलयालम सिनेमा में योगदान के लिए हरिहरन के नाम का चयन किया । इस समिति में निर्देशक हरिकुमार, अदाकारा मधुबाला, चलचित्र अकादमी के अध्यक्ष कमल और संस्कृति विभाग की सचिव रानी जार्ज सदस्य थे।
पिछले साल वरिष्ठ अभिनेत्री शीला को इस सम्मान से नवाजा गया था। इससे पहले निर्देशक अदूर गोपालकृष्णन और गीतकार श्रीकुमारन थंपी को भी यह पुरस्कार मिल चुका है ।
हरिहरन की 1988 में प्रदर्शित ‘ओरू वडक्कन वीरगाधा’ को चार राष्ट्रीय पुरस्कार और राज्य के छह पुरस्कार मिले थे।
हरिहरन ने ‘सरगम’, ‘पंचगनी’, ‘अमृतम गमाया’ जैसी करीब 50 फिल्मों का निर्देशन किया।