केरल सरकार ने काबुल में फंसे 41 केरलवासियों की सुरक्षित वापसी के लिए केंद्र के हस्तक्षेप की मांग की
By भाषा | Updated: August 17, 2021 19:02 IST2021-08-17T19:02:29+5:302021-08-17T19:02:29+5:30

केरल सरकार ने काबुल में फंसे 41 केरलवासियों की सुरक्षित वापसी के लिए केंद्र के हस्तक्षेप की मांग की
केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने अफगानिस्तान में सत्ता पर तालिबान के कब्जा जमाने के मद्देनजर मंगलवार को केंद्र से काबुल में फंसे 41 मलयाली लोगों को स्वदेश लाने के लिए तत्काल कदम उठाने का अनुरोध किया। इन लोगों में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। सरकारी सूत्रों ने यहां बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर केरल के गैर निवासियों के लिए काम करने वाली सरकारी एजेंसी ‘एनओआरकेए’ ने इस संबंध में विदेश मंत्रालय को एक पत्र सौंपा। मुख्यमंत्री विजयन के निर्देशानुसार राज्य सरकार के प्रधान सचिव के एलंगोवन और एनओआरकेए के सीईओ हरिकृष्णन नम्बूदिरी के. ने मंत्रालय को अलग-अलग पत्र भेजे, जिसमें वहां फंसे केरलवासियों की दुर्दशा के बारे में बताया गया है। पत्र में एलंगोवन ने कहा, ‘‘विभिन्न कंपनियों में काम करने वाले 41 मलयाली लोगों ने सरकार से अनुरोध किया है कि वे भारत में उनकी सुरक्षित वापसी की तत्काल व्यवस्था करें। इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।’’ उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को प्राप्त कुछ संदेशों में यहां तक कहा गया है कि तालिबान में फंसे हुए भारतीयों की पहचान की पुष्टि कर रहे हैं और उनके पासपोर्ट और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज ले जा रहे हैं। पत्र में यह भी कहा गया है कि ‘‘मलयाली लोगों के जीवन पर एक बड़ा खतरा मंडरा रहा है।’’ इससे पहले, नम्बूदिरी ने काबुल में फंसे कुछ मलयाली लोगों से संपर्क किया और कहा कि यह पता लगाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं कि क्या अफगानिस्तान की राजधानी में और केरलवासी फंसे हुए हैं।सरकारी सूत्रों ने बताया कि एनओआरकेए ने प्राप्त जानकारी को विदेश मंत्रालय को पहले ही भेज दिया है।
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