केरल सहकारी बैंक पर 100 करोड़ रुपये के ऋण घोटाले के आरोप
By भाषा | Updated: July 19, 2021 19:53 IST2021-07-19T19:53:33+5:302021-07-19T19:53:33+5:30

केरल सहकारी बैंक पर 100 करोड़ रुपये के ऋण घोटाले के आरोप
त्रिशूर (केरल), 19 जुलाई केरल के त्रिशूर जिले के एक सहकारी बैंक में कथित तौर पर 100 करोड़ रुपये का ऋण घोटाला सामने आया है, जिसके बाद पुलिस ने छह बैंक अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू की है।
धोखाधड़ी के ये आरोप यहां इरिंजालकुडा में सत्तारूढ़ माकपा के नियंत्रण वाले कारावन्नूर सहकारी बैंक के खिलाफ लगाए गए हैं।
स्थानीय ग्राहकों सहित कई लोगों द्वारा बैंक के कामकाज के बारे में आशंका जताए जाने के बाद, हाल ही में वहां एक ऑडिट किया गया था, जिसमें कथित तौर पर ये आरोप सही पाए गए थे।
सूत्रों ने यहां बताया कि निरीक्षण के दौरान, यह भी पाया गया कि स्थानीय ग्राहकों को जानकारी दिए बिना उनके द्वारा गिरवी रखी गई संपत्ति पर ऋण स्वीकृत किया गया और ऋण राशि चुनिंदा खातों में कई बार जमा की गई।
सूत्रों ने बताया कि ऑडिट के निष्कर्षों के आधार पर बैंक के अध्यक्ष ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि शिकायत के अनुसार करीब 100 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का पता चला है।
अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया, "इसे एक धोखाधड़ी माना गया है जो पिछले कई सालों से जारी थी। इसलिए, हम मामले की विस्तृत जांच और ऋण दस्तावेजों की जांच के बाद ही धोखाधड़ी के सही स्तर का पता लगा सकते हैं।"
उन्होंने कहा कि बैंक के सचिव सहित छह बैंक अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जिन्हें आरोपों के चलते पहले ही निलंबित कर दिया गया है।
उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी), 471 (फर्जी दस्तावेज को असली रूप में इस्तेमाल करना) और 120 बी (आपराधिक साजिश) सहित कई धाराएं लगाई गई हैं।
उन्होंने कहा कि मामले को आगे की जांच के लिए अपराध शाखा को सौंप दिया जाएगा क्योंकि घोटाले में कई करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का संदेह है।
आरोपों के बाद, मार्क्सवादी पार्टी शासित बैंक की 13 सदस्यीय समिति को भंग कर दिया गया है।
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