कश्मीरः अनंतनाग जिले में प्रदर्शनकारियों ने की पत्थरबाजी, कश्मीरी ट्रक चालक की मौत
By भाषा | Updated: August 25, 2019 23:56 IST2019-08-25T23:31:02+5:302019-08-25T23:56:53+5:30
धारा 370 हटाए जाने के बाद से कश्मीर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कायम है। इस बीच कुछ ढील दी गई है, जिसके बाद धारा 370 को हटाए जाने का विरोध करने सड़कों पर उतरने लगे हैं।

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दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में रविवार शाम प्रदर्शनकारियों द्वारा किये गए पथराव में एक कश्मीरी ट्रक चालक की मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि नूर मोहम्मद डार (42) जिले के जरादीपुरा उरानहाल इलाके का रहने वाला था और घटना के समय अपने घर लौट रहा था। इसी दौरान प्रदर्शनकारियों ने उसके ट्रक को गलती से सुरक्षा बलों का वाहन समझकर उस पर पथराव कर दिया।
चालक को सिर में चोट लगने के बाद अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारी आम लोगों पर भी पथराव करते रहे हैं और इस महीने की शुरुआत में श्रीनगर शहर में पथराव में 11 वर्षीय लड़की की आंख में चोट आई थी। जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह ने अधिकारियों को आरोपियों को पकड़ने और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
इधर, कांग्रेस ने जम्मू कश्मीर में मौजूदा स्थिति को लेकर रविवार को मोदी सरकार पर निशाना साधा। पार्टी के नेता राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष के नेताओं और प्रेस के लोगों को श्रीनगर जाने का प्रयास करते समय प्रशासनिक क्रूरता और जम्मू कश्मीर के लोगों पर किये जा रहे बल के बर्बर प्रयोग का अहसास हुआ।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने विपक्ष पर मुद्दे का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाने के लिए केंद्र की आलोचना की। उन्होंने कहा कि कश्मीर के लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों को कथित तौर पर ताक पर रखने से ज्यादा कुछ भी ‘राजनीतिक’ और ‘राष्ट्रद्रोह’ नहीं है।
पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को खत्म किए जाने के बाद हालात का जायजा लेने के लिए कश्मीर जाने का प्रयास कर रहे राहुल गांधी समेत विपक्ष के नेताओं को राज्य प्रशासन ने शनिवार को श्रीनगर एयरपोर्ट से बाहर जाने की इजाजत नहीं दी और उन्हें वापस दिल्ली भेज दिया था।
उससे एक दिन पहले जम्मू कश्मीर प्रशासन ने एक बयान जारी कर राजनीतिक नेताओं को घाटी नहीं आने को कहा था क्योंकि इससे शांति और जनजीवन बहाल करने में दिक्कत होगी। राहुल ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर के लोगों की आजादी और नागरिक स्वतंत्रता पर अंकुश लगाए हुए 20 दिन हो चुके हैं।’’