प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए मंगलवार को अभूतपूर्व कदम उठाते हुए पूरे देश में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन की घोषणा की। लेकिन आपको बता दें कि सभी जरूरी सामान इस लॉकडाउन के दौरान भी मिलते रहेंगे। कई जगहों पर जहां खाद्य सामग्री से जुड़े सामान मिल रहे हैं वहां सोशल डिस्टेंसिंग का काफी सावधानी से पालन किया जा रहा है।
कर्नाटक के बेंगलूरू में एक ग्रॉसरी स्टोर में सामान के लिए लाइन में लगे लोगों के लिए एक तय दूरी पर सफेद पाउडर से घेरे बनाए गए हैं। लोग इन्हीं घेरों में खड़े होकर सामान खरीदने के लिए दुकान के बाहर अपनी बारी का इंतेजार कर रहे हैं। सामान्य तौर पर लोग लाइन में लगने के दौरान एक दूसरे के काफी करीब सट कर खड़े होते हैं लेकिन कोरोना को फैलने से रोकने के लिए एक दूसरे से उचित दूरी बनाकर रखना बहुत जरूरी है।
वहीं जम्मू और कश्मीर में जो लोग भी लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे हैं उन लोगों को सोशल डिस्टेंड बनाए रखने के लिए भी घेरे बनाए गए हैं जहां नियम तोड़ने पर उन्हें उन्हीं घेरों में बैठा दिया जा रहा है।
इस बीच, बंद का उल्लंघन करने वालों पर प्रशासन ने कार्रवाई की है। जम्मू-कश्मीर में निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने पर कुल 45 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इनमें से 11 को गांदेरबल और 34 को हंदवाड़ा में पकड़ा गया। दिल्ली से सटे नोएडा में भी प्रशासन ने मंगलवार को करीब 950 लोगों पर कार्रवाई की और भारतीय दंड संहिता की धारा 188(लोकसेवक के आदेश की अवहेलना) के तहत 298 प्राथमिकी दर्ज की और 200 वाहनों को जब्त किया।
कोरोना वायरस से मंगलवार को दिल्ली और महाराष्ट्र में एक-एक और मौतों के साथ देश में अब तक इस संक्रमण से 11 लोगों की जान जा चुकी है जबकि करीब 500 से अधिक लोग इससे संक्रमित हैं। इस वायरस को लेकर लोगों का भय बढ़ता जा रहा है क्योंकि दुनिया में संक्रमण से मरने वालों की संख्या 17,000 के करीब पहुंच गई है।
गृह मंत्रालय की ओर से जारी छह पन्ने के दिशानिर्देश के मुताबिक रियाती मूल्य पर सामान देने वाले , खाने पीने के सामान, किराने की दुकान, सब्जी, फल, मांस, मछली और जानवरों के खाने के दुकानें खुली रहेंगी।
कोरोना वायरस संक्रमण से पैदा संकट पर राष्ट्र के नाम संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हिंदुस्तान को बचाने के लिए, हिंदुस्तान के हर नागरिक को बचाने के लिए घरों से बाहर निकलने पर पूरी तरह पाबंदी लगाई जा रही है।’’ मोदी ने कहा, ‘‘ देश के हर राज्य को, हर केंद्र शासित प्रदेश को, हर जिले, हर गांव, हर कस्बे, हर गली-मोहल्ले को अब लॉकडाउन किया जा रहा है।’’
उन्होंने कहा था यह एक तरह से कर्फ्यू ही है और जनता कर्फ्यू से थोड़ा ज्यादा सख्त है। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर इस लॉकडाउन की एक आर्थिक कीमत देश को उठानी पड़ेगी। संबोधन के दौरान हाथ जोड़कर लोगों से सरकारी निर्देशों का पालन करने की अपील करते हुए मोदी ने कहा, यह प्रधानमंत्री से लेकर गांव वाले तक पर लागू होगा।
मोदी ने कहा था कि अगर हम 21 दिन को ठीक से नहीं संभाले तो हमारा देश, हमार परिवार 21 साल पीछे चला जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ निर्णायक लड़ाई में सख्त कदम की जरूरत है। मोदी ने कहा कि आपका घर से बाहर एक कदम कोरोना वायरस को घर में लाने का रास्ता बनाएगा।