Karnataka Assembly Elections 2023: कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले जनता दल (एस) के वरिष्ठ नेता ए टी रामास्वामी ने शुक्रवार को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। वह अर्कलगुड से विधायक थे। रामास्वामी इस सप्ताह विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने वाले जद (एस) के दूसरे विधायक हैं।
इससे पहले 27 मार्च को पार्टी के एक अन्य विधायक एस आर श्रीनिवास ने इस्तीफा दे दिया था और वह बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए थे। रामास्वामी ने यहां विधान सौध में विधानसभा सचिव को अपना इस्तीफा सौंपा, क्योंकि विधानसभाध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी शहर में नहीं थे। वह अभी अपने गृहनगर सिरसी में हैं।
अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि रामास्वामी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होंगे या कांग्रेस में। रामास्वामी ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा, "मैंने अर्कलगुड के विधायक के तौर पर इस्तीफा दे दिया है। मैंने अपना इस्तीफा विधानसभा सचिव को सौंप दिया है और विधानसभा अध्यक्ष के आने के बाद मैं उनसे मिलूंगा और उनसे इस्तीफा स्वीकार करने का अनुरोध करूंगा।"
उन्होंने विधानसभा सदस्य के रूप में सेवा करने का अवसर देने के लिए जद (एस) को धन्यवाद दिया और कहा कि उन्होंने कभी भी व्यक्तिगत लाभ के लिए राजनीति नहीं की और पूरी ईमानदारी से राज्य एवं अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों की सेवा की है।
रामास्वामी ने कहा, "मैंने जद (एस) नहीं छोड़ा। उन्होंने खुद ही मुझे बाहर कर दिया... मैं धन बल का शिकार हुआ हूं। मैंने आज आधिकारिक रूप से इस्तीफा दे दिया है, मैं भविष्य के बारे में चर्चा करूंगा और फिर निर्णय लूंगा... अन्य दलों के लोगों ने मुझसे संपर्क किया है।"
कर्नाटक में भाजपा के विधायक एन वाई गोपालकृष्ण ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया, कांग्रेस में होंगे शामिल
कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कुडलिगी से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक एन वाई गोपालकृष्ण ने शुक्रवार को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। ऐसी संभावना है कि वह जल्द ही कांग्रेस का दामन थाम लेंगे। गोपालकृष्ण ने विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी से उनके कार्यालय में मुलाकात की और उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा।
खबरों के अनुसार, उन्होंने हाल ही में राज्य कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं डी के शिवकुमार और सिद्दरमैया से मुलाकात और चर्चा की थी। गोपालकृष्ण पहले कांग्रेस में ही थे। वह चित्रदुर्ग जिले के मोलाकलमुरु विधानसभा क्षेत्र से चार बार (1997, 1999, 2004 और 2008) चुनाव जीत चुके हैं। वर्ष 2018 में कांग्रेस का टिकट नहीं मिलने पर वह चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए थे।
पार्टी ने उन्हें मोलाकलमुरु के बजाय विजयनगर जिले के कुडलिगी से टिकट दिया, क्योंकि वरिष्ठ नेता श्रीरामुलु को मोलाकलमुरु से मैदान में उतारा गया था। इस महीने की शुरुआत में भी भाजपा के दो विधान पार्षद पुत्तन्ना और बाबूराव चिंचनसुर ने विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा देकर कांग्रेस का दामन थाम लिया था।
हाल ही में जद (एस) विधायक एस आर श्रीनिवास (गुब्बी श्रीनिवास उर्फ वासु) 27 मार्च को विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद बृहस्पतिवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। शिवकुमार ने बृहस्पतिवार को कहा कि कांग्रेस में शामिल होने के इच्छुक लोगों की एक लंबी सूची है और आने वाले दिनों में इसे विभिन्न चरणों में सार्वजनिक किया जाएगा।