कर्नाटक: सिद्धारमैया और कुमारस्वामी सहित कुल 64 लोगों को मिली जान से मारने की धमकी
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 9, 2022 09:08 PM2022-04-09T21:08:04+5:302022-04-09T21:11:32+5:30
कर्नाटक में 'सहिष्ण हिंदू' (सहिष्णु हिंदू) नाम से एक गुमनाम शख्स ने पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा के बेटे और पूर्व सीएम एच डी कुमारस्वामी समेत 64 लोगों को मारने की धमकी सोशल मीडिया के जरिए दी है।
बेंगलुरु: बीते कुठ दिनों से लगातार खबरों की सुर्खियों में बने रहने वाले कर्नाटक से एक और भयावह खबर आ रही है। पहले बुरका विवाद फिर हलाल मीट उसके बाद अजान के मुद्दे पर आक्रामक प्रदर्शन की मार झेल रहा यह प्रदेश अपने बेहद विवादित दौर से गुजर रहा है।
जानकारी के मुताबिक कर्नाटक में विपक्ष के नेता और दिग्गज कांग्रेसी सिद्धारमैया और पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी समेत कुल 64 जानेमाने लोगों को गुमनाम संदेश के जरिये जान से मारने की धमकी मिली है।
धमकी पाने वालों में सुप्रसिद्ध कन्नड़ साहित्याकर और लेखक के वीरभद्रप्पा भी शामिल हैं। धमकी संदेश, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। उनमें कथिततौर पर कहा गया है, "तुम्हारे सिर पर मौत मंडरा रही है, अंतिम संस्कार की तैयारी कर लो।"
कर्नाटक में पूर्व मुख्यमंत्रियों समेत अन्य विशिष्ठ लोगों को मिली इस धमकी के बाद से कर्नाटक पुलिस अलर्ट पर है और मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी खुद इस मामले की जांच कर रहे हैं।
धमकी देने वाले ने खुद को 'सहिष्ण हिंदू' (सहिष्णु हिंदू) का नाम देते हुए कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा के बेटे और पूर्व सीएम एच डी कुमारस्वामी समेत 64 लोगों को मारने की धमकी सोशल मीडिया के जरिए दी है।
वायरल हो रहे इस संदेश को लिखा है, "तुम विनाश के पथ पर हो। मौत तुम्हारे बहुत करीब है। अब तैयार रहो। मौत किसी भी रूप में तुम्हे चौंका सकती है। अपने परिवार के सदस्यों को सूचित करें और अपने अंतिम संस्कार की व्यवस्था कर लो।"
धमकी मिलने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने इस संबंध में टिप्पणी करते हुए बोम्मई सरकार को आगाह किया है कि सरकार इस तरह की धमकियों को हल्के में लेने की भूल न करे। कुमारस्वामी ने सत्तारूढ़ भाजपा सरकार से कन्नड़ विचारक और लेखक के. वीरभद्रप्पा और राज्य में हो रहे सांप्रदायिक ध्रुवीकरण पर चुप्पी साधने का कड़ा विरोध किया है।
इसके साथ ही पूर्व सीएम ने बो्म्मई सरकार के आग्रह किया है कि जिन लोगों को सिरफिरे द्वारा जान से मारने की धमकी दी गई है, उन्हें कर्नाटक पुलिस के द्वारा सुरक्षा प्रदान की जाए।
धमकी के मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कन्नड़ के एक और प्रसिद्ध लेखक प्रोफेसर एम एम ने कहा कि इस तरह की धमकियों से राज्यभर में चिंता और तनाव का माहौल है।
कर्नाटक हाईकोर्ट द्वारा बुरका विवाद में फैसला दिये जाने के बाद से मुस्लिम संगठनों द्वारा फैसले का विरोध करना और फैसले के पक्ष में हिंदू संगठनों के खड़े होने से तनाव अपने चरम सीमा पर पहुंच चुका है।
इसी का नतीजा है कि मंदिरों के वार्षिक मेले में मस्लिम व्यापारियों की दुकानों को प्रतिबंधिक किया जाना, हलाल मांस पर रोक की मांग, मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकरों को उतारने की मांग के कारण दोनों समुदायों के बीच अविश्वास की खाई इतनी बढ़ गई है कि इसे दूर करने में सालों लगेंगे।
धमकी के मामले में विपक्षी दल कांग्रेस और जनता दल (सेक्यूलर) ने सत्तारूढ़ भाजपा को जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया है कि वह समाज में बंटवारे और अशांति पैदा करने के लिए कट्टर हिंदू संगठनों को लगातार बढ़ावा दे रही है।