संस्कृत महाविद्यालयों में खाली पदों को लेकर जोशी ने चिंता जताई
By भाषा | Updated: March 9, 2021 20:44 IST2021-03-09T20:44:56+5:302021-03-09T20:44:56+5:30

संस्कृत महाविद्यालयों में खाली पदों को लेकर जोशी ने चिंता जताई
जयपुर, नौ मार्च राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष सी पी जोशी ने राज्य में संस्कृत कॉलेजों में शिक्षकों के रिक्त पदों को लेकर चिंता जताते हुए कहा कि संस्कृत की कॉलेज शिक्षा लगभग ध्वस्त हो चुकी है।
विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायक सतीश पूनिया द्वारा संस्कृत महाविद्यालयों में शिक्षकों के खाली पदों के बारे मे पूछे गये प्रश्न के दौरान हस्तक्षेप करते हुए जोशी ने कहा कि 'अगर संस्कृत महाविद्यालयों में इसी तरह पद खाली रहे तो लोगों की संस्कृत में रुचि खत्म हो जाएगी।'
उन्होंने कहा कि संस्कृत के सारे महाविद्यालय ध्वस्त हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को ऐसी कोई व्यवस्था करनी चाहिए कि इन कॉलेजों में संस्कृत की पढ़ाई चलती रहे।
वहीं संस्कृत शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने बताया कि रीट-2021 परीक्षा के बाद संस्कृत शिक्षा में रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
उन्होंने कहा कि ज्यादातर पदों की सिफारिश लोकसेवा आयोग और कर्मचारी चयन बोर्ड को भेजी जा चुकी है, बाकी पदों के लिए महाविद्यालय सेवा नियम प्रभावी होते ही भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि नियमों में संशोधन के बाद गेस्ट फैकल्टी द्वारा अध्यापन की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी।
विधायक पूनिया के पूरक प्रश्न के उत्तर में उन्हेांने बताया कि संस्कृत शिक्षा में महाविद्यालय स्तर पर 379 पद स्वीकृत हैं जिनमें से 206 भरे हुए हैं। उन्होंने बताया कि प्रोफेसर का कोई पद रिक्त नहीं है जबकि व्याख्याता के 98 पद रिक्त हैं। इसी तरह, अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी का केवल एक पद और सहायक प्रशासनिक अधिकारी के आठ पद खाली हैं।
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