Jharkhand swearing-in ceremony: झारखंड में फिर से सत्ता परिवर्तन हो गया। पांच महीने बाद 28 जून को जेल से रिहा होने के बाद हेमंत सोरेन झारखंड के 13वें मुख्यमंत्री बन गए हैं। जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने रांची के राजभवन में झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने राजभवन में सोरेन को मुख्यमंत्री पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। झारखंड में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है, लेकिन चुनाव से ठीक पहले बड़ा बदलाव हो गया है। चंपई सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
हेमंत सोरेन को विधायक दल का नेता चुन लिया गया। झारखंड मंत्रिपरिषद में 12 मंत्री हो सकते हैं। वर्तमान में 10 मंत्री हैं। लोकसभा चुनाव के बाद राज्य में झामुमो-नीत गठबंधन के विधायकों की संख्या घटकर 45 रह गई है, जिनमें झामुमो के 27, राजद का एक और कांग्रेस के 17 विधायक शामिल हैं। झामुमो के दो विधायक-नलिन सोरेन और जोबा माझी अब सांसद हैं।
जामा से विधायक सीता सोरेन ने भाजपा के टिकट पर आम चुनाव लड़ने के लिए इस्तीफा दे दिया था। झामुमो ने बिशुनपुर से विधायक चमरा लिंडा और बोरियो से विधायक लोबिन हेम्ब्रम को पार्टी से निष्कासित कर दिया था, लेकिन उन्होंने अभी तक विधानसभा से इस्तीफा नहीं दिया है। इसी तरह, विधानसभा में भाजपा के विधायकों की संख्या घटकर 24 रह गई है।
दो विधायक- ढुलू महतो (बाघमारा) और मनीष जायसवाल (हजारीबाग) ने लोकसभा चुनाव लड़ा था और वे अब सांसद हैं। भाजपा ने चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस में शामिल होने वाले मांडू सीट से विधायक जयप्रकाश भाई पटेल को निष्कासित कर दिया है। झारखंड की 81-सदस्यीय विधानसभा में फिलहाल 76 सदस्य हैं। राज्य में इस साल नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव भी प्रस्तावित है।