झारखंड के गढवा जिले के कांडी के सरकारी आवासीय विद्यालय की एक नाबालिग छात्रा के गर्भवती होने व गर्भ गिराये जाने के मामले में चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है. छात्रा को गर्भवती करने का आरोपी उसका चचेरा भाई है. इस मामले में छात्रा के पिता द्वारा बरडीहा थाना में नामजद प्राथमिकी दर्ज कराए जाने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को हिरासत में लेकर उसे जेल भेज दिया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार गिरफ्तार आरोपी भी नाबालिग है. इसके पूर्व इस मामले पीड़िता के पिता की ओर से बरडीहा थाना प्रभारी को दिये गये आवेदन में कहा गया है कि उसकी पुत्री को झांसे में लेकर अवैध संबंध स्थापित किया गया. इससे उसकी पुत्री गर्भवती हो गयी.
आवेदन के आलोक में तत्काल ही आरोपी नाबालिग को बुधवार की देर रात में गिरफ्तार कर लिया गया. लड़की के पिता ने बेटी के गर्भवती होने की बात को स्वीकार करते हुए कई बातों से सीडब्ल्यूसी को अवगत कराया.
इस मामले में सीडब्ल्यूसी ने अपनी जांच रिपोर्ट में छात्रा के गर्भवती होने की जांच करने वाली वार्डेन, विद्यालय प्रबंधन में शामिल लोग, प्रतिवेदन मिलने के बावजूद कार्रवाई नहीं करने वाले शिक्षा विभाग के अधिकारियों व छात्रा के गर्भपात करने वाले चिकित्सक को दोषी बताया है.
आरोपी को नियमानुसार न्यायालय में सुपुर्द किया गया, जहां से उसे रिमांड होम भेज दिया गया है. इधर मामला दर्ज होने के बाद आज छात्रा की मेडिकल जांच भी कराई गई है. वहीं, इस मामले में अभी तक विद्यालय की वार्डन छुट्टी पर गई हुई हैं. इसलिए अधिकारी इस संबंध में विद्यालय से संबंधित सभी पहलुओं की छानबीन नहीं कर सके हैं. सूत्रों के अनुसार छात्रा के पिता ने पुलिस की पूछताछ के दौरान स्वीकार किया है कि उन्होंने लोकलाज के भय से अपनी पुत्री का गर्भपात कराया है. उन्होंने बताया कि गर्भपात बाहर के एक निजी अस्पताल में कराया गया है.
उल्लेखनीय है कि गर्भपात कराना अवैध है. इसलिए इस मामले में संबंधित अस्पताल व उसके संचालक पर भी कार्रवाई की जायेगी.
पुलिस व दूसरी अन्य एजेंसियां इस मामले में भी छानबीन करने में जुटी है. लेकिन छात्रा के पिता ने अपने आवेदन में इसका जिक्र नहीं किया है. इस संबंध में एसडीपीओ बाहमन टूटी ने बताया कि बरडीहा थाना में मामला दर्ज करने के तत्काल बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. आगे अनुसंधान की कार्रवाई की जा रही है.